Delhi Metro:इन सभी लाइन की ट्रेनों में जुड़ेंगे ज्यादा कोच, यात्रियों को भीड़ से मिलेगी बड़ी राहत
नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो के यात्रियों के लिए बहुत ही अच्छी खबर है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन इस साल के अंत तक तीन लाइन की ट्रेनों में 120 अतिरिक्त कोच लगाने जा रहा है। येलो लाइन की सारी ट्रेनें इसी महीने से 8 कोचों वाली हो जाएंगी यानी इस रूट पर अब 6 कोच वाले ट्रेन सेट नहीं रहेंगे। जाहिर है कि इससे ट्रेनों में भीड़ कम होगी और खासकर व्यस्त समय में यात्रियों को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ता है, उसमें काफी राहत मिलने की उम्मीद है। यह काम बाकी दोनों लाइन यानी रेड और ब्लू लाइन में भी साल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए दो कंपनियों से अतिरिक्त कोच खरीदे जा रहे हैं।
इस महीने के अंत तक येलो लाइन की सभी ट्रेन 8 कोच वाली
डीएमआरसी ने कहा है कि वह तीनों लाइनों की 6 कोच वाली सभी ट्रेन सेट को 8 कोचों वाले सेट में बदलने जा रहा है। इसके लिए 120 अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगे। डीएमआरसी का कहना है कि इस साल के अंत तक यह काम पूरा हो जाने के बाद रेड, ब्लू और येलो लाइन की सभी ट्रेनें 6 कोच से बढ़कर 8 कोचों में तब्दील हो जाएंगी। यह काम सबसे पहले येलो लाइन की ट्रेनों में होने जा रहा है और यह काम इसी महीने के अंत तक पूरा हो जाने की संभावना है। डीएमआरसी के प्रवक्ता ने कहा है, 'इस महीने के अंत तक 6 कोचों वाली येलो लाइन की 12 ट्रेनों को 8 कोच में बदलने का काम पूरा हो जाएगा, इसके साथ ही इस लाइन पर 8 कोचों वाली ट्रेनों की संख्या 64 हो जाएगी। '
रेड लाइन में चलती हैं सिर्फ 6 कोच वाली ट्रेन
दिल्ली मेट्रो 6 कोच वाली ट्रेनों को 8 कोच में बदलने का काम येलो लाइन के साथ-साथ रेड लाइन और ब्लू लाइन की ट्रेनों में भी करने जा रहा है। बता दें कि येलो लाइन की ट्रेनें हुडा सिटी सेंटर से समयपुर बादली तक, ब्लू लाइन की ट्रेनें द्वारका सेक्टर-21 से नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी/वैशाली तक और रेड लाइन की ट्रेनें रिठाला से शहीद स्थल नया बस अड्डा तक चलती हैं। इनमें से दिल्ली मेट्रो की सबसे पहली रेड लाइन की सारी ट्रेनें अभी 6 कोचों वाली हैं और इसे 8 कोच में बदलने की मांग काफी दिनों से हो रही है। बाकी दोनों रूट में ज्यादातर 8 कोच वाली ट्रेन सेट ही चलती हैं।
तीनों लाइन पर 40-50 फीसदी यात्री सफर करते हैं
डीएमआरसी के प्रवक्ता के मुताबिक,'(येलो लाइन के बाद), ब्लू लाइन की बाकी 6 कोच वाली 9 ट्रेन सेटों और रेड लाइन की 39 ट्रेनों को भी इस साल के अंत तक 8 कोच में बदलने का काम पूरा हो जाएगा, इसके बाद ब्लू लाइन पर 8 कोच वाली कुल ट्रेनों की संख्या 74 और रेड लाइन पर 39 हो जाएगी।' इस काम के लिए दिल्ली मेट्रो ने 120 में से 40 कोच बॉम्बार्डियर से और 80 कोच भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) से खरीदा है। उन्होंने आगे कहा कि 'यह काम इसलिए किया जा रहा है ताकि दिल्ली मेट्रो के तीनों मुख्य कॉरिडोर- रेड लाइन, ब्लू लाइन और येलो लाइन, जिसमें कि करीब 40-50 फीसदी यात्री सफर करते हैं उसकी क्षमता बढ़ाई जा सके। ' उनके मुताबिक ये फेज-1 की लाइनें हैं और ये सबसे पहले से चल रही हैं, जो ब्रॉड गेज लाइन है और इनपर 8 कोच तक वाली ट्रेनों का संचालन हो सकता है।
दिल्ली मेट्रो के पास अभी कुल 336 ट्रेन सेट हैं
बाद में जितने भी मेट्रो कॉरिडोर्स बनाए गए हैं, जिनमें कि हाई-स्पीड एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन भी शामिल है- वो स्टैंडर्ड गेज की लाइन हैं। इनपर सिर्फ 6 कोच वाली ट्रेनें ही चलायी जा सकती हैं। डीएमआरसी प्रवक्ता ने कहा है, 'दिल्ली मेट्रो के पास अभी 336 ट्रेन सेट हैं, जिनमें से 181 ट्रेनें 6 कोचों वाली और 133 ट्रेनें 8 कोचों वाली हैं। जबकि, 22 ट्रेन ऐसी हैं, जिनमें सिर्फ 4 कोच ही हैं।' बता दें कि लॉकडाउन के चलते दिल्ली मेट्रो को भारी राजस्व का नुकसान झेलना पड़ा था और अभी भी सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए यह क्षमता से कम यात्रियों को लेकर ही चलाई जा रही है। पिछले कुछ दिनों में कोविड नियमों के उल्लंघन करने वाले यात्रियों के साथ सख्ती भी की जा रही है।