Monkeypox: दिल्ली के 3 अस्पतालों में 10 आइसोलेशन रूम बनाने का निर्देश, जानिए कौन से हैं ये अस्पताल
नई दिल्ली, 02 अगस्त: देश में अब मंकीपॉक्स के मामले बढ़ते जा रहे हैं। दिल्ली में रहने वाला एक और नाइजीरियाई व्यक्ति मंकीपॉक्स पॉजिटिव पाया गया है, जिसके बाद दिल्ली में मंकीपॉक्स के कुल मामले में तीन हो चुके हैं। वहीं इस बीमारी से एक मरीज की मौत भी हो चुकी है। इस बीच दिल्ली में बढ़ते मंकीपॉक्स बीमारी के मामलों के बीच स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ चुका है।
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चिकित्सा अधीक्षक नर्सिंग होम, दिल्ली सरकार ने 3 निजी अस्पतालों को मंकीपॉक्स के मामलों के लिए कम से कम 10 आइसोलेशन रूम तैयार करने के निर्देश दिए है। जिसमें से 5 मंकीपॉक्स के संदिग्ध मामलों के मैनेजनेंट के लिए और 5 आइसोलेशन रूम मंकीपॉक्स के पॉजिटिव केसों के लिए।
Medical Superintendent Nursing Homes, Delhi Govt directs 3 private hospitals to create at least 10 isolation rooms for #Monkeypox cases - 5 for management of suspected cases of monkeypox and 5 isolation rooms for management of confirmed cases of monkeypox. pic.twitter.com/jETUytC7lt
— ANI (@ANI) August 2, 2022
निर्देश के मुताबिक ईस्ट दिल्ली के कैलाश दीपक हॉस्पिटल, नार्थ दिल्ली के एमडी सिटी अस्पताल और साउथ दिल्ली के बत्रा हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर को मंकीपॉक्स के मद्देनजर 10 आइसोलेशन रूम तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
वैक्सीन पर अदार पूनावाला का बयान
वहीं मंकीपटक्स की वैक्सीन पर SII के CEO अदार पूनावाला ने दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारी मुलाकात अच्छी रही। हम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को लगातार जानकारी दे रहे हैं। हम वैक्सीन की तैयारी कर रहे हैं। हम देखेगें कि मंकीपॉक्स के वैक्सीन की जरूरत देश में है या नहीं पर वैक्सीन पर रिसर्च जारी है।
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संसद में चिकित्सा मंत्री का बयान
राज्यसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि भारत और दुनिया में मंकीपॉक्स कोई नई बीमारी नहीं है। 1970 के बाद से अफ्रीका से काफी मामले देखने को मिल रहे हैं। WHO ने इस पर खास ध्यान दिया है। इसको लेकर भारत में भी निगरानी शुरू हो गई है। दुनिया में जब मामले सामने आने लगे तो भारत ने पहले ही तैयारी शुरू कर दी थी। केरल में पहला मामला सामने आने से पहले हमने सभी राज्यों को दिशानिर्देश जारी किए थे। जो भी केस आए हैं उनके लिए हमने एक विशेषज्ञ टीम भेजी और राज्य सरकार की मदद की।