दिल्ली: औपचारिकताएं पूरी करने को कहता रहा कोविड केंद्र, गेट के बाहर मुकुल की मां की थम गई सांसें
दिल्ली में एक कोविड हेल्थ सेंटर के बाहर फुटपाथ पर मंगलवार को एक नौजवान बिलख बिलख कर रो रहा था, इसकी वजह जानने पर सामने आया कि पास ही खड़े एक ऑटो रिक्शा में उसकी मां की लाश पड़ी हुई है।
नई दिल्ली, 28 अप्रैल। दिल्ली में एक कोविड हेल्थ सेंटर के बाहर फुटपाथ पर मंगलवार को एक नौजवान बिलख बिलख कर रो रहा था, इसकी वजह जानने पर सामने आया कि पास ही खड़े एक ऑटो रिक्शा में उसकी मां की लाश पड़ी हुई है। उसकी मां ने कोरोना के कारण दम तोड़ दिया था। उनकी मां तो इलाज की तत्काल जरूरत थी, वह अपनी मां को भर्ती करने के लिए कोविड सुविधा केंद्र से कई घंटे से गुहार लगा रहा था, लेकिन उसकी मां को भर्ती नहीं किया गया और उसकी मौत हो गई।
मंगलवार सुबह मुकुल व्यास (28) अपनी मां को दक्षिण दिल्ली में आईटीबीपी द्वारा चलाए जा रहे सरदार वल्लभ भाई पटेल कोविड केंद्र ऑटो रिक्शा में लेकर पहुंचा, लेकिन कोविड केंद्र का मेट गेट बंद था। 3 घंटे बाद उनकी मां किरण व्यास (52) की ऑटो रिक्शा में ही मौत हो गई। मुकुल के भाई ने अपनी मां की छाती दवाने की कोशिश की कि शायद उसकी सांसें वापस आ जाएं लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
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मां की मौत होते ही मुकुल बिलख बिलख कर रोने लगा। रोते रोते मुकुल कह रहा था- 'उन्होंने मेरी मां को मार दिया। अब में अपनी मां को लेकर कहां जाऊंगा। मैं यहां घंटो से खड़ा हूं। कोविड केयर केंद्र वाले मुझसे औपचारिकताएं पूरी करने को कहते रहे...मैंने उनसे मदद के लिए गुहार लगाई लेकिन कोई भी मदद के लिए नहीं आया। अब मेरी मां मर गई।' मुकुल ने बताया कि उनसे कहा गया कि जिला निगरानी अधिकारी का आदेश लेकर आओ तभी तुम्हारी मां को भर्ती किया जाएगा। मुकुल ने कहा, 'जब मेरी मां मर रही थी तो क्या में औपचारिकताएं पूरी करता। किसी ने हमारी मदद नहीं की।' दक्षिण दिल्ली के राधा स्वामी सत्संग परिसर में चलाए जा रहे इस कोविड केंद्र के सुबह 10 से दोपहर 2 बचे तक काफी हल्ला मचा हुआ था। 500 बेड की सुविधा वाले इस केंद्र के बाहर लोग अपनों को भर्ती करने के लिए जोर जोर से शोर मचा रहे थे।
एक अन्य कोरोना संक्रमित मरीज सुरिंदर सजवाण (40) कोविड केंद्र के बाहर जोर जोर से सांसे ले रहे थे, उनकी पत्नी उन्हें यहां लेकर आई थीं। चूकीं इस अस्पताल में आईसीयू या वेंटिलेटर बैड की सुविधा नहीं है इसलिए ऑक्सीजन लेवल 85 से नीचे होने पर इस केंद्र में मरीजों को भर्ती नहीं किया जाता। सुरिंदर की हालत खराब होती जा रही थी। एक और मरीज ने बताया कि हमने पंजीकरण करा दिया है और सुबह 10 बजे से में बिना कुछ खाए पीए केंद्र के बाहर इंतजार कर रहा हूं। हमारे मरीज की हालत बहुत खराब है।
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के अस्पतालों में आईसीयू बेडों की संख्या बढ़ाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में लगभग सभी आईसीयू बेड फुल हो चुके हैं। 500 आईसीयू बेडों की सुविधा जीटीबी हॉस्पिटल के निकट स्थित एक मैदान में की जाएगी और 500 बेड रामलीला मैदान में लगाए जाएंगे। इसके अलावा 200 आईसीयू बेड राधा स्वामी परिसर स्थित सरदार पटेल कोविड केंद्र में लगाए जाएंगे। कुल मिलाकर 1200 बेड 10 मई तक तैयार हो जाएंगे।
दिल्ली इस समय कोरोना का सितम झेल रही है। सोमवार को राजधानी में 380 लोगों की मौत हो गई। जोकि एक दिन में सर्वाधिक मौतों का आंकड़ा है। वहीं दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 35 प्रतिशत पहुंच गया है।