दिल्ली तेजाबकांड: Flipkart पर एसिड बेचने वाला सेलर अब ब्लैक लिस्ट में, कंपनी ने कहा- जांच में कर रहे हैं सहयोग
दिल्ली एसिड अटैक: दिल्ली में बुधवार (14 दिसंबर) की सुबह स्कूल जा रही 17 वर्षीय लड़की पर बाइक सवार दो लोगों ने तेजाब फेंक दिया। पीड़िता फिलहाल अस्पताल में भर्ती है, उसका 7-8 फीसदी चेहरा जल गया है।
Flipkart on Delhi acid attack: ऑनलाइन शॉपिंग की कंपनी फ्लिपकार्ट ने दिल्ली में 17 साल की लड़की पर फेंके गए एसिड हमले पर आधिकारिक बयान जारी किया है। इसने हमले की निंदा करते हुए फ्लिपकार्ट ने कहा, एसिड बेचने वाले सेलर (विक्रेता) को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। बता दें कि आरोपी ने पीड़िता पर एसिड फेंकने के लिए ऑनलाइन फ्लिपकार्ट से ही एसिड खरीदा था। दिल्ली पुलिस ने फ्लिपकार्ट को नोटिस भी जारी किया था। अब फ्लिपकार्ट ने अधिकारिक बयान देते हुए कहा, ''हम इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की कड़ी निंदा करते हैं, और हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़िता और उसके परिवार के साथ हैं। फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म उन उत्पादों की बारीकी से निगरानी करता है और उन्हें हटाता है जो नियमों का उल्लंघन करते हैं।''
फ्लिपकार्ट ने कहा- हम जांच में कर रहे हैं सहयोग
फ्लिपकार्ट ने आगे कहा, ''ऐसे विक्रेताओं (सेलर) के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है , जो अवैध, असुरक्षित और प्रतिबंधित उत्पादों को बेचने में लगे हुए हैं। संबंधित विक्रेता को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है, और हम जांच में हर संभव सहयोग कर रहे हैं।''
ब्रेकअप के बाद आरोपी ने फेंका एसिड
दिल्ली में बुधवार (14 दिसंबर) को कथित तौर पर ब्रेक-अप के बाद बाइक सवार दो लोगों ने 17 वर्षीय एक लड़की पर तेजाब फेंक दिया। मुख्य आरोपी सचिन अरोड़ा और पीड़िता कथित तौर पर रिश्ते में थे लेकिन तीन महीने पहले उनका ब्रेकअप हो गया था।
फ्लिपकार्ट से खरीदा था एसिड
सचिन ने दो अन्य दो लोग हर्षित और वीरेंद्र के साथ मिलकर हमले की योजना बनाई, जिन्हें मामले में गिरफ्तार किया गया है। एसिड फेंकते वक्त सचिन बाइक पर पीछे बैठा था और हर्षित बाइक चला रहा था। पुलिस ने कहा कि हमले के वक्त तीसरा आरोपी वीरेंद्र सचिन का मोबाइल फोन और अपनी स्कूटी लेकर किसी दूसरी जगह चला गया था, ताकि बहाना बनाया जा सके।
पूछताछ के दौरान सचिन अरोड़ा ने दावा किया कि उसने तेजाब फ्लिपकार्ट से खरीदा था। जिसके बाद एक बार फिर से खुलेआम एसिड बिकने पर सवाल उठने लगे हैं। दिल्ली महिला आयोग ने फ्लिपकार्ट और अमेजन को इस मामले में नोटिस भेजा है।