Bastariya Battallion के लिए भर्ती अभियान शुरू, इन तीन जिलों के युवा होंगे CRPF में शामिल
Bastariya Battallion Recruitment: नक्सलवाद को खत्म करने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक और कदम के तहत बस्तरिया बटालियन को मजबूत करने के लिए वहीं के जवानों की भर्ती की होगी। सीआरपीएफ में 400 उम्मीदवारों का चयन करने के लिए भर्ती अभियान शुरू हो गया है। 'बस्तरिया बटालियन' जंगल युद्ध रणनीति में विशेषज्ञता रखने वाली एक विशेष इकाई है। जिसके लिए दक्षिण छत्तीसगढ़ के तीन जिले बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा के युवाओं को भर्ती किया जाएगा।
10 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक आयोजित 10-दिवसीय भर्ती अभियान का मकसद सीआरपीएफ की 'बस्तरिया बटालियन' में कांस्टेबल के पद के लिए 400 उम्मीदवारों का चयन करना है। सीआरपीएफ के अधिकारियों ने कहा कि इस अभियान को स्थानीय युवाओं से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, जो देश की सेवा करने की तीव्र इच्छा के साथ बड़ी संख्या में भाग ले रहे हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया कि युवाओं का यह जोश गृह मंत्रालय द्वारा बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा के स्थानीय युवाओं के लिए पात्रता मानदंड को आसान बनाने के लिए अपनाए गए कदम का परिणाम है, ताकि वे सीआरपीएफ में शामिल हो सकें। केंद्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के लिए सीआरपीएफ में शामिल होने के लिए शैक्षिक मानदंडों में ढील देने के लगभग चार महीने बाद यह कदम उठाया गया है।
इस साल जून में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने छत्तीसगढ़ के तीन नक्सल प्रभावित जिलों- बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा के आदिवासी युवाओं के लिए सीआरपीएफ में शामिल होने के लिए पात्रता मानदंड में ढील दी थी। मंत्रिमंडल ने दक्षिण छत्तीसगढ़ के तीन जिलों बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा से सीआरपीएफ में कांस्टेबल (सामान्य ड्यूटी) के रूप में 400 उम्मीदवारों की भर्ती के लिए कक्षा 10 से कक्षा 8 तक आवश्यक न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता में छूट देने के अपने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
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2016-17 में सीआरपीएफ ने एक बस्तरिया बटालियन बनाई, जहां युवाओं को मुख्य रूप से राज्य के बस्तर क्षेत्र के बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर और सुकमा जिलों से भर्ती किया गया था। इसका उद्देश्य जवानों में भाषा, संस्कृति, स्थलाकृति और जनसांख्यिकी के स्थानीय ज्ञान वाले लोगों को शामिल करना था ताकि इसके खुफिया संग्रह और संचालन को मजबूत किया जा सके।