श्रीराम की शरण में कांग्रेस सरकार, 2023 के चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ के हर गांव में होगा रामायण पाठ
राम गमन पथ विकास की योजना चलाने के बाद भूपेश बघेल सरकार राज्य स्तरीय रामायण मंडली प्रतियोगिता करवा रही है। यानि हर गांव में रामायण मंडली के बीच प्रतियोगिता होगी।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के हर गांव में रामभक्ति की अलख जगाने की मुहीम छेड़ दी है। राम गमन पथ विकास की योजना चलाने के बाद भूपेश बघेल सरकार राज्य स्तरीय रामायण मंडली प्रतियोगिता करवा रही है। यानि हर गांव में रामायण मंडली के बीच प्रतियोगिता होगी ,इसके साथ ही पूरे छत्तीसगढ़ में संदेश जायेगा कि भगवान श्रीराम के ननिहाल में कांग्रेस राम भक्ति के मामले में भाजपा से आगे है।
हिंदुत्व का सौम्य स्वरूप पेश कर रही है कांग्रेस
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी भगवान राम की शरण में हैं। सरकारी योजनाओ में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तरह छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार भी भगवान श्री राम और गऊ माता की सेवा में समर्पित नजर आती है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनवाया गया है,तो रायपुर के चंदखुरी में माता कौशल्या का मंदिर भव्य रूप ले चुका है।
कौशल्या मंदिर को विकसित करने के बाद श्री राम की दंडकारण्य प्रवास से जुड़े स्थानों को राम गमन पथ विकास योजना से जोड़कर रामभक्ति का कार्य विस्तार लेता जा रहा है। सियासी चर्चाएं है कि कांग्रेस भगवन श्री राम के सहारे हिंदुत्व के सौम्य रूप को प्रस्तुत करने की राजनीति भी कर रही है।
हर गांव में गूंजेगी रामधुन,राजिम में होगा महाआयोजन
रामगमन पथ विकास योजना के बाद छत्तीसगढ़ सरकार राज्य स्तरीय रामायण मंडली प्रतियोगिता का आयोजन करवा रही है। मिली जानकारी इस वर्ष गरियाबंद जिले अंतर्गत राजिम में 16 से 18 फरवरी 2023 तक किया जाएगा। इसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त विजेता दलो को क्रमशः 5 लाख रूपए, 3 लाख रूपए तथा 2 लाख रूपए की पुरस्कार राशि प्रदाय की जाएगी।
साल 2022-23 के प्रतियोगिता के प्रथम चरण के अंतर्गत जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायत में 25 नवंबर से 15 दिसम्बर तक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना है। इसी तरह जनपद पंचायत स्तरीय प्रतियोगिता 5 जनवरी से 25 जनवरी के बीच और जिला स्तरीय प्रतियोगिता 27 जनवरी से 3 फरवरी तक आयोजित कर जिला स्तरीय विजेता रामायण मंडली को चयन किया जाना है।
छत्तीसगढ़ संस्कृति का हिस्सा है रामचरित मानस
दरअसल छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक मानचित्र में रामायण मंडलियां एक अभिन्न अंग है। राज्य सरकार ने बीते साल भी रामायण मंडलियों की प्रोत्साहित करने हेतु राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया था। बहरहाल इस प्रतियोगिता पहले चरण में ग्राम पंचायतों की रामायण मंडलियों के बीच प्रतियोगिता के माध्यम से एक विजेता रामायण मंडली को चयन किया जायेगा।
इसके आगे दूसरे चरण में हर ग्राम पंचायत से चयन किए गये रामायण मंडलियों के बीच जनपद पचांयत स्तरीय प्रतियोगिता,फिर जिला स्तर पर प्रतियोगिता होने के बाद सभी जिला स्तरीय विजेता रामायण मंडलियों के बीच राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन होगा। यह महाआयोजन छत्तीसगढ़ का प्रयागराज माने जाने वाले राजिम में 16 से 18 फरवरी 2023 तक किया जाएगा।
10 साल छत्तीसगढ़ में रहे श्रीराम
माना जाता है कि भगवान श्री राम ने अपने 14 वर्ष के वनवास काल में से 10 वर्ष छत्तीसगढ़ में ही बिताये थे। इस मान्यता को पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल में किसी सरकारी योजना में स्थान नहीं दिया गया,लेकिन कांग्रेस ने सत्ता में आते ही इस मुद्दे को लपक लिया। छत्तीगसढ़ में भूपेश बघेल सरकार भगवान श्रीराम के वन गमन पथ पर आगे बढ़ते हुए राज्य के 9 चुनिंदा स्थानों को राम वन गमन पथ के रूप में विकसित कर रही है।इसी के साथ छत्तीसगढ़ के गांव- गांव में होने वाले नवधा रामायण आयोजन को भी रामायण मंडलियों के माध्यम से सरकारी योजना में शामिल कर चुकी है।
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