अग्निपथ योजना पर सीएम भूपेश का बड़ा बयान, 4 साल बाद युवा नक्सलियों को ट्रेनिंग दे सकते हैं !
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अग्निपथ योजना पर देशभर में बेकाबू हालातों के बीच बड़ा बयान दिया है।
रायपुर, 17 जून। अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं के क्रोध की आग पूरे देश में फैल चुकी है। उत्तर प्रदेश ,बिहार और हरियाणा से लेकर तेलंगाना तक हिंसक प्रदर्शन जारी है, हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं। इस बीच कांग्रेस के नेता केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार हमला बोल रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अग्निपथ योजना पर देशभर में बेकाबू हालातों के बीच बड़ा बयान दिया है।
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अग्निपथ भर्ती पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि देश की सीमा और युवाओं के साथ खिलवाड़ हो रहा है। मोदी सरकार सेना में पूर्णकालिक भर्ती नहीं कर रही है। बघेल ने आगे कहा की केंद्र को सेना भर्ती पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए।
आपराधिक
घटनाओं
में
शामिल
हो
सकते
हैं
युवा:
भूपेश
बघेल
मुख्यमंत्री
भूपेश
बघेल
ने
कहा
कि
पुलिस
और
सेना
की
नौकरी
में
फर्क
होता
है,
पुलिस
कानून
व्यवस्था
संभालती
है
,जबकि
सेना
में
ऐसा
नहीं
होता
है।
दो
साल
सेना
तक
भर्ती
बंद
थी
,अब
सरकार
उन्हें
4
साल
के
लिए
भर्ती
देगी।
सीएम
भूपेश
बघेल
ने
कहा
कि
4
साल
की
नौकरी
के
बाद
जब
22-23
साल
का
लड़का
अपने
घर
लौटेगा
तो
सभी
को
पुलिस
में
भर्ती
देना
संभव
नहीं
है।
उन्होंने
कहा
कि
बंदूक
चलाना
सीख
चुके
जिन
युवाओ
की
पुलिस
में
भर्ती
नहीं
हो
पायेगी,वह
गिरोह
बनाकर
आपराधिक
घटनाओं
में
भी
शामिल
हो
सकते
हैं।
ज़रा सोचिये, नक्सलियों को ट्रेनिंग किसने दी: भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुकी नक्सल समस्या का जिक्र करते सवाल उठाया कि यह समझने की जरूरत है कि आप देखेंगे नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सलियों को ट्रेनिंग किसने दी है। बघेल ने आगे कहा कि यह समझने की जरूरत है कि 4 साल बाद युवा अगर गुमराह हो गए, तो गांव से लेकर राज्यों की स्थिति क्या होगी? केंद्र की सरकार देश की सीमाओं और भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
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देशभर में हिंसक प्रदर्शन
गौरतलब है कि अग्निपथ योजना को लेकर देश के कई राज्यों में सेना भर्ती की तैयारी में लगे युवाओं के बीच गुस्सा देखने को मिल रहा है। बिहार समेत कई अन्य राज्यों में युवाओं ने ट्रेनों में आगजनी और पत्थरबाजी करने के साथ तोड़फोड़ की घटनाओं को अंजाम दिया है।हालांकि छत्तीसगढ़ में स्थिति सामान्य है।
वहीं उनके इस विरोध को विपक्ष के साथ-साथ उनकी पार्टी और सहयोगी दलों का साथ मिलने लगा है। बीजेपी के वरुण गांधी के साथ-साथ राहुल गांधी, ओवैसी, अमरिंदर सिंह ने भी इस योजना को लेकर सवाल खड़े किए हैं। हिंसक घटनाओं की वजह से देशभर में लगभग 200 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। वहीं तेलंगाना और बिहार में हिंसक प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की मौत हो गई। तेजी से फैलती विरोध की आग के बीच थल सेना और वायु सेना की ओर से कहा गया है कि अग्निवीरों की भर्ती के लिए दो दिन में अधिसूचना जारी होगी और वायु सेना में 24 जून से भर्ती प्रक्रिया शुरूकर दी जाएगी ।