Chhattisgarh: गोधन न्याय योजना की प्रगति की समीक्षा, सीएम भूपेश ने किये हितग्राहियों को 5.60 करोड़ ट्रांसफर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 5 करोड़ 60 लाख रूपए की राशि ऑनलाईन जारी की, जिसमें गोबर विक्रेताओं को 02 करोड़ 17 लाख रुपए, स्व सहायता समूहों को 01 करोड़ 37 लाख रुपए और गौठान समितियो
रायपुर, 04 अगस्त। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार दोपहर मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत राशि अंतरण कार्यक्रम के मौके पर कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर योजना की प्रगति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा कि गौठानों में गोबर से निर्मित वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसानों ने माना है कि जैविक खाद के इस्तेमाल से खेती की मिट्टी मुलायम हो रही है। इससे चालू खरीफ सीजन में खेत की जुताई और धान की रोपाई में सरलता हो रही है। मुख्यमंत्री ने गौठानों में निर्मित जैविक खाद की गुणवत्ता को बनाए रखने के साथ ही अब गौमूत्र से बढ़िया क्वालिटी का कीटनाशक तथा ग्रोथ प्रमोटर तैयार किए जाने निर्देश जारी किये । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गौ-मूत्र कीटनाशक ब्रम्हास्त्र और ग्रोथ प्रमोटर जीवामृत को किसानों के बीच प्रमोट करने के लिए कृषि विभाग द्वारा फसलों में इसके उपयोग का जगह-जगह प्रदर्शन भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
समृद्ध हो रहे छत्तीसगढ़ के पशुपालक
- मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel ने 'गोधन न्याय योजना' के हितग्राहियों को 5.60 करोड़ रुपए की राशि ऑनलाइन की जारी।
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) August 4, 2022
- योजना के तहत क्रय किए गए गोबर के एवज में 2.17 करोड़ रुपए का किया गया भुगतान।@PMOIndia @NITIAayog #CGModel #Gothan pic.twitter.com/kdGE6PGn4p
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 5 करोड़ 60 लाख रूपए की राशि ऑनलाईन जारी की, जिसमें गोबर विक्रेताओं को 02 करोड़ 17 लाख रुपए, स्व सहायता समूहों को 01 करोड़ 37 लाख रुपए और गौठान समितियों को 02 करोड़ 07 लाख रुपए की राशि शामिल है। गोधन न्याय योजना के मध्यम से अब तक कुल 311 करोड़ 94 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गोधन न्याय योजना देश-दुनिया की एकमात्र ऐसी योजना है, जिसमें 2 रूपए किलो की दर से गोबर और 4 रूपए लीटर की दर से गौमूत्र की खरीदी की जा रही है। इस योजना में अभी तक 155 करोड़ 58 लाख रुपए गोबर खरीदी हो चुकी है। गौठान समितियों और महिला स्व-सहायता समूहों को गुरुवार तक 156.36 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। महिला समूहों द्वारा 17 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट, 5 लाख 19 हजार क्विंटल से ज्यादा सुपर कम्पोस्ट एवं 18 हजार 924 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट प्लस खाद का निर्माण किया जा चुका है। इस उत्पादित खाद को सोसायटियों के माध्यम से शासन के विभिन्न विभागों और किसानों को रियायती दर पर मुहैया कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में जैविक खेती को बढ़ावा देने से भूमि की उर्वरा शक्ति बेहतर होगी। खेती की लागत में कम आएगी और बेहतर स्तर का विषरहित खाद्यान्न उपलब्ध होने से लोगों का स्वास्थ्य बढ़िया रहेगा। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना की शुरुआत जिन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए की गई थी, वह सभी लक्ष्य बहुत कम समय में हासिल होने लगे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा कि गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ का गौरव बन चुकी है। इस योजना की देशभर में तारीफ हो रही है। आने वाले समय में इस योजना से और भी अधिक उपलब्धियां हासिल होंगी।
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