तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीसामी को 18 फरवरी को साबित करना होगा विधानसभा में बहुमत
तमिलनाडु के नए मुख्यमंत्री इडापड्डी के. पलानीसामी को विधानसभा में 18 फरवरी को बहुमत साबित करना होगा।
आपको बताते चले कि तमाम राजनीतिक उहापोह के बाद तमिलानाडु को उसका नया मुख्यमंत्री मिल गया है। के पलानीसामी को राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इससे पहले राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने इडापड्डी के. पलानीसामी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था। पहले कहा जा रहा था कि उन्हें 15 दिन के भीतर बहुमत साबित करना होगा। बता दें कि पलानीसामी, आल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK ) महासचिव वीके शशिकला की पसंद हैं।
गौरतलब है कि खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय की ओर से सजा सुनाए जाने के बाद अब वो अगले 10 साल तक मुख्यमंत्री नहीं बन सकतीं। ऐसे में विधायकों के दल ने अपना नया नेता चुना। पलानीसामी, इससे पहले राज्य सरकार में पीडब्लूडी और हाईवे मंत्री थे। राज्य के गौंडार समुदाय से ताल्लुक रखने वाले इडापड्डी पलानीसामी क्षेत्र में काफी ताकतवर हैं। पलानीसामी ने आज ही सुबह राज्यपाल राव से मुलाकात की थी। साथ ही बुधवार (15 जनवरी) को मुलाकात के दौरान उन्होंने अपने समर्थक विधायकों का पत्र राव को सौंपा था।
दूसरी ओर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने पत्रकारों से कहा कि वो जनता को मौजूदा हालत के बारे में बताने के लिए हम विभिन्न विधानसभाओं में जाकर रैलियां करेंगे। उन्होंने कहा कि आज यानी गुरुवार को जिस तमिलनाडु सरकार ने शपथ ली है जन विरोधी सरकार है। इससे पहले पन्नीरसेल्वम, पार्टी की मुखिया और राज्य की मुख्यमंत्री रहीं जयललिता की समाधि पर गए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
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