SBI की रिसर्च में राहत भरी खबर, मार्च तक गिरकर 5 प्रतिशत पर आ सकती है खुदरा महंगाई दर
SBI research on retail inflation: एसबीआई ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि मार्च तक महंगाई दर 5 प्रतिशत के पास आ जाएगी।
हाल ही में भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई ने अपनी नवीनतम इकोरैप रिपोर्ट जारी की, जिसमें आम जनता के लिए एक राहत भरी खबर है। रिपोर्ट के जरिए बैंक ने बताया कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित भारत की खुदरा मुद्रास्फीति दर मार्च 2023 तक घटकर 5 प्रतिशत हो जाएगी। जनवरी-मार्च 2023 के लिए आंकलन औसत खुदरा मुद्रास्फीति 4.7 प्रतिशत का है। अभी नवंबर-दिसंबर में महंगाई दर को लेकर बड़ी राहत मिली थी।
सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर महीने में खुदरा महंगाई दर 5.72 फीसदी रही, जबकि गुरुवार को जारी ताजा आंकड़ों में पिछले महीने की तुलना में मामूली गिरावट और खुदरा मुद्रास्फीति में और कमी देखी गई। वहीं खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर में 5.88 प्रतिशत थी, जबकि अक्टूबर में ये 6.77 प्रतिशत रही। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में खुदरा मुद्रास्फीति तीन तिमाहियों से अक्टूबर तक 6 प्रतिशत से ऊपर रही, जो आरबीआई के कंफर्ट जोन से ऊपर है।
किस चीज से मिली राहत?
मामले में भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष ने कहा कि सीपीआई मुद्रास्फीति दिसम्बर 22 में 12 महीने के निचले स्तर 5.72 प्रतिशत पर आ गई। इसका कारण सब्जियों की कीमतों में गिरावट और बुवाई के वक्त मौसम का अच्छा रहना था। उन्होंने आगे कहा कि बदलते परिदृश्य के खिलाफ हम रेपो दर में वृद्धि के लिए बहुत कम प्रोत्साहन देखते हैं।
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क्या
है
आरबीआई
का
लक्ष्य?
आपको
बता
दें
कि
गुरुवार
को
एक
राहत
भरी
रिपोर्ट
आई
थी,
जिसमें
बताया
गया
कि
दिसंबर
2022
में
भारत
में
खुदरा
महंगाई
दर
5.752
फीसदी
रही।
ये
लगातार
तीसरे
महीने
की
गिरावट
है।
इसके
अलावा
दिसंबर
में
खाने-पीने
की
चीजों
की
महंगाई
दर
4.19
फीसदी
रही,
जो
नवंबर
2022
में
4.67
फीसदी
थी।
अब
एसबीआई
की
रिपोर्ट
ने
भी
राहत
दी
है,
लेकिन
आरबीआई
का
लक्ष्य
इसे
4
प्रतिशत
से
नीचे
लाने
का
है।