RBI ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को दी बड़ी राहत, PCA फ्रेमवर्क के दायरे से हटाया
नई दिल्ली, 21 सितंबर: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को बड़ी राहत दी है। रिजर्व बैंक ने मंगलवार को एलान किया कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन फ्रेमवर्क(पीसीएएफ) की की निगरानी सूची से हटा दिया दिया। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया देश का इकलौता सरकारी बैंक है, जो पिछले 5 साल से पीसीए के दायरे में था।
सेंट्रल बैंक को साल 2017 में पीसीए के दायरे में लाया गया था। बैंक ने रिजर्व बैंक को लिखित में भरोसा दिलाया कि वह सभी नियमों का पालन करेगा। वह मिनिमम रेगुलेटरी कैपिटल, नेट एनपीए और लेवरेज रेशियों को दायरे में रखेगा। सेंट्रल बैंक इंडिया पीसीए के दायरे में लाए गए सभी बैंकों में आखिरी बचा हुआ था। बैंक के नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) काफी बढ़े हुए थे, जबकि रिटर्न ऑन एसेट्स बेहद कम थे।
पीसीए के दायरे में आने के बाद पिछले कुछ समय से बैंक के कामकाज में लगातार सुधार देखने को मिला था। जिसके बाद आरबीआई ने सेंट्रल बैंक को राहत देने का फैसला किया है। बोर्ड फॉर फाइनेंशियल सुपरविजन ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के प्रदर्शन का रिव्यू किया है। रिव्यू के दौरान यह पाया गया कि वित्त वर्ष 2021-22 में बैंक ने सभी नियमों का पालन किया और किसी भी पीसीए पारामिटर की अवहेलना नहीं की गई।
SBI खाताधारकों के लिए खुशखबरी, बैंक ने दी बड़ी राहत, Free कर दी ये सर्विस
बैंक ने लिखित आश्वासन भी दिया है कि वो मिनिमम रेगुलेटरी कैपिटल, नेट एनपीए और लीवरेज रेशियो के मामले में सभी मानकों का हमेशा पालन करेगा। बैंक ने आरबीआई को अपने ढांचे और सिस्टम में किए गए उन सुधारों की जानकारी भी दी। सेंट्रल बैंक के अलावा कई अन्य बैंके भी पीसीए के दायरे में थी। रिजर्व बैंक ने इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक और आईडीबीआई बैंक को भी पीसीए फ्रेमवर्क में डाला था जिन्हें पिछले साल ही इससे बाहर निकाल दिया गया था।