आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल की अपील, ब्याज दरों में और कमी करें बैंक
भारतीय रिजर्व बैंक के गर्वनर उर्जित पटेल ने कहा कि बैंकों को नकदी जमा होने में बढोतरी और रिजर्व बैंक की ओर से नीतिगत ब्याज दरों में कटौती का फायदा हुआ है।
मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने बैकों से ब्याज दरों में और कटौती करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि पिछड़ रहे क्षेत्रों में कर्ज की मांग को बढ़ाने के लिए बैंकों को ये कदम उठाना चाहिए। इसके साथ ही जब उनसे जमा हुए पुराने नोटों के बारे में जानकारी मांगी गई तो उन्होंने कहा कि पूरी जानकारी मिलने के बाद ही इसकी जानकारी दी जाएगी।
गिनती के बाद पता चलेगा कितने पुराने नोट आए: उर्जित पटेल
भारतीय रिजर्व बैंक के गर्वनर उर्जित पटेल ने कहा कि बैंकों को नकदी जमा होने में बढोतरी और रिजर्व बैंक की ओर से नीतिगत ब्याज दरों में कटौती का फायदा हुआ है। उर्जित पटेल ने कहा कि हमने रेपो रेट में कटौती की है, नोटबंदी के बाद बैंकों में नकदी ज्यादा जमा हुई है जिसका सीधा फायदा बैंकों को हुआ है। उन्होंने आग्रह किया है कि बैंक ब्याज दरों में कटौती करें, इसकी वजह ये है कि बैंकों ने लोन पर कर्ज की दर में बेहद कम कटौती की है। उर्जित पटेल ने ये भी बताया कि हाउसिंग और पर्सनल लोन के क्षेत्रों में ब्याज दर की कटौती, दूसरे क्षेत्रों की तुलना में काफी ज्यादा है।
आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने उम्मीद जताई कि कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां ब्याज दरों में औसत कटौती की संभावनाएं ज्यादा थी लेकिन उस अनुपात में ब्याज दरें कम नहीं की गई। बता दें कि हाल ही में आरबीआई ने अपनी मौद्रिक समीक्षा नीति में रेपो रेट को 6.25 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट को 5.75 फीसदी पर ही कायम रखा। लगातार ऐसा दूसरी बार है जब इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया। बता दें कि जनवरी 2015 से सितम्बर 2016 के बीच आरबीआई ने नीतिगत ब्याज दरों में 1.75 फीसदी की कटौती की है। आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल से जब नोटबंदी के बाद जमा हुए 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों की जानकारी मांगी गई तो उन्होंने कहा कि अभी इन नोटों की गिनती चल रही है।
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