New Labour Code: नया वेज कोड लागू होते ही आपकी चांदी, मिलेंगे 1,16,62,366 रुपए, यहां करें चेक
New Labour Code: नया वेज कोड लागू होते ही नौकरीपेशा लोगों की चांदी, मिलेंगे 1,16,62,366 रुपए, यहां करें चेक
नई दिल्ली। सरकार जल्द से जल्द नया वेज कोड या नया लेबर कोड( New Labour Code) लागू करने की तैयारी कर रही है। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को न्यू वेज कोड का ड्राफ्ट भेजा है। अब तक 90 फीसदी राज्यों ने इस ड्राफ्ट पर सहमति दे दी है। कुछ राज्य बचे हैं, माना जा रहा है कि जल्द ही इन राज्यों से भी सहमति मिल जाएगी। रिपोर्ट की माने तो अगर सबकुछ ठीक रहा तो आने वाले महीनों में सरकार नया वेज कोड लागू कर दे दी।
नया लेबर कोड लागू होते ही बदल जाएगा सबकुछ
नया वेड कोड( New Wage Code) लागू होने के बाद प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए बहुत कुछ बदल जाएगा। नए वेज कोड पर सहमति बनने के बाद देश में चार लेबर कोड लागू हो जाएंगे, जिसके बाद निजी सेक्टर में काम करने वाले लोगों की सैलकी पीएफ, छुट्टी, वर्किंग आवर, वीकऑफ, फाइनल सेटलमेंट समेत कई जरूरी नियम बदल जाएंगे।
रिटायरमेंट में मिलेगा ज्यादा पैसा
नया वेज कोड लागू होने के बाद टेक होम सैलरी, पीएफ, ग्रेज्युटी, लीव, सेटलमेंट सबमें बदलाव होगा। नया वेज कोड लागू होने के बाद टेक होम सैलरी कम हो जाएगी तो वहीं पीएफ में कंट्रीब्यूशन बढ़ेगा। ईपीएफ में ज्यादा योगदान बढ़ने से आपको रिटायरमेंट के बाद ज्यादा रकम मिलेगी। अगर आपकी बेसिक सैलरी 25000 रुपए हैं तो आपको रिटायरमेंट के बाद एक करोड़ से अधिक की रकम मिल सकती है।
कैसे करें कैलकुलेट
EPF का कैलकुलेशन अगर करें तो 25000 की बेसिक सैलरी और 5 प्रतिशत के इंक्रीमेंट के हिसाब से 30 साल की नौकरी के बाद 60 साल की उम्र में जब आप रिटायर होंगे तो आपको करीब 1,16,62,366 रुपए मिलेंगे। यहां पीएफ का ब्याज दर 8.5 फीसदी है। इस हिसाब से 30 सालों में कर्मचारी का पीएफ कंट्रीब्यूशन 2547388 रुपए, नियोक्ता का कंट्रीब्यूशन 779076 रुपए होगा। इस तरह से 30 सालों में कुल कंट्रीब्यूशन 3326464 रुपए और 8.5 फीसदी की ब्याज की दर से आपको 60 साल की उम्र में रिटायरमेंट में 1,16,62,366 रुपए मिलेंगे। इसी तरह से अगर आपकी इन हैंड सैलरी 50 हजार है तो बेसिक सैलरी 15000 रुपए है तो रिटायरमेंट पर आपको 69,97,411 रुपए मिलेंगे।
4 लेबर कोड में आपके लिए क्या है
सरकार द्वारा प्रस्ताविक लेबर कोड में कर्मचारी और नियुक्ता दोनों पर असर डालेंगे। आपके काम के घंटे से लेकर पीएफ भागीदारी, बेसिक सैलरी जैसी कई जरूरी चीजें बदल जाएंगी। श्रम मंत्रालय ने श्रम कानूनों में सुधार के लिए 44 तरह के पुराने श्रम कानूनों को 4 लेबर कोड में समाहित करने की बात कही है। इन 4 लेबर कोड से नौकरीपेशा, कामगारों के लिए बेहतर नियमों-अधिनियमों की शुरुआत होगी। आपकी सैलरी से लेकर आपकी सोशल सिक्योरिटी में सुधार होगा।