बेंगलुरु- कर्नाटक के बेंगलुरु में भारत का पहला वर्टिकल फॉरेस्ट अपार्टमेंट बना है, जिसने अपने देश में अत्याधुनिक आर्किटेक्चर की सोच बदल कर रख दी है। यहां के सरजापुर मेन रोड पर 'माना फॉरेस्टा' नाम से एक 14 मंजिला वर्टिकल फॉरेस्ट टावर खड़ा किया गया है, जिसमें वनस्पति विज्ञान, निरंतरता और पर्यावण का एकसाथ समावेश करने की कोशिश की गई है। यह आवसीय प्रोजेक्ट भारत में घरों को लेकर हमारी परंपरागत धारणा में क्रांतिकारी बदलाव लाने की एक बेहतरीन पहल है। क्योंकि, 'माना फॉरेस्टा' एक ऐसा आवासीय मल्टी-स्टोरी टावर है, जो पत्तों, झाड़ियों, पेड़ों और लताओं से सुसज्जित है।
'माना फॉरेस्टा' अपार्टमेंट इस सोच के साथ बनाया गया है, जहां इंसान और प्रकृति को एक बार फिर से एक-दूसरे के नजदीक लाया जा सके। आधुनिक युग में इन दोनों के बीच टूट चुके संबंधों में फिर से संतुलन कायम किया जा सके, ताकि पर्यावरण की रक्षा भी हो और भविष्य के लिए उसे संरक्षित-संवर्धित भी किया जा सके। ऐसा देखा गया है कि हम अपना 90 फीसदी समय ऐसे घरों के अंदर रहकर बिताने को मजबूर हैं, जहां ना तो ठीक से सूरज की रोशनी पहुंचती है और ना ही स्वच्छ हवा आती है। हरियाली तो दूर-दूर तक दिखाई नहीं पड़ती। यह बीमारियों का घर तो है ही, हमारे विचारों में भी इससे नकारात्मक भावनाएं पैदा होती हैं। 'माना फॉरेस्टा' इन्हीं समस्याओं से निजात दिलाता है, जहां हम अपने घरों में रहकर प्रकृति की गोद में रहने का आनंद उठाएं और हमारे मॉडर्न लाइफस्टाइल में कोई खलल भी ना पड़े।
'माना फॉरेस्टा' की विशेषताओं में ये तमाम बातें शामिल हैं-
बेंगलुरु के सरजापुर मेन रोड पर 3 और 4 बीएचके वाला ये 'अल्ट्रा लग्जीरियस अपार्टमेंट' विप्रो कॉर्पोरेट ऑफिस के पास है।
यह भारत का पहला वर्टिकल फॉरेस्ट टावर है
14 मंजिलों वाले वर्टिकल फॉरेस्ट टावर में सिर्फ 56 'अल्ट्रा लग्जीरियस अपार्टमेंट' हैं
इस प्रोजेक्ट में 225 पेड़, 1,000 बारहमासी पौधे और 2,500 झाड़ियाँ हैं
यह सुंदर प्रोजेक्ट 'स्काई विला' कॉन्सेप्ट पर आधारित है
सभी यूनिट में लैंडस्केप प्राइवेट बालकनी है और 50 से ज्यादा लाइफस्टाइल एमेनिटीज मौजूद हैं
'माना फॉरेस्टा' इटली के 'बोस्को वर्टिकल' आवसीय टावर से प्रेरित है।