इंफोसिस को कैसे पता चलता, अब कौन छोड़ेगा नौकरी!
नई दिल्ली। भारत की नबंर वन आईटी सर्विस प्रदाता कंपनी इंफोसिस ने एक नया प्रोग्राम लांच किया है। इंफोसिस ने अपने इस प्रोग्राम के जरिए अपनी कंपनी के लिए टॉप लीडर्स का नए बेच को विकसित करने में जुटा हुआ है। यह फैसला इंफोसिस ने तब किया है जब पिछले कुछ समय में टॉप लेवल के अधिकारी लगातार कंपनी को छोड़ कर जा चुके हैं।
ईटी की खबर के मुताबिक इंफोसिस के ईवीपी कृष्णामूर्ति शंकर ने कहा कि नए लीडरशिप प्रोग्राम के जरिए कंपनी नए लीडर्स को हर लेवल के लिए तैयार कर रही है। हम और भी प्रोग्राम जल्द ही लांच करेंगे जिससे की कंपनी के लीडरशिप को और ज्यादा मजबूत किया जा सके।
कंपनी के बेहतरीन 25 लोगों का चुनाव किया जाएगा
उन्होंने कहा कि इस प्रोग्राम के जरिए कंपनी के बेहतरीन 25 लोगों का चुनाव किया जाएगा और बाद में इस संख्या को आगे बढ़ाया जाएगा। शुरूआत में इन्हीं लोगों को अच्छी तरह से तरासा जाएगा।
कंपनी के मुताबिक इस काम में थोड़ा समय लगेगा। पर हम चुने किए गए हर व्यक्ति के साथ लग कर काम करेंगे और आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम इंफोसिस के पहले चल रहे प्रोगाम से अलग होगा। अभी इंफोसिस, स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर एक दूसरा प्रोग्राम भी चला रहा है। इस प्रोग्राम में इंफोसिस के 50 कर्मचारियों को पहले स्तर की ट्रेनिंग स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी में दी जा रही है।
कंपनी का कौन सा कर्मचारी नौकरी छोड़ सकता
इस प्रोग्राम से जुड़े अधिकारी शंकर ने बताया कि हम इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरा समय दे रहे हैं। तीन से चार साल देकर हम दुनिया के बेहतरीन लीडर्स को डेवलेप करना चाहते हैं।
शंकर ने बताया कि इंफोसिस ने अपने कर्मचारियों को लेकर प्रीडिटिव एलगॉरिथिम टूल भी लागू किया है। इसके जरिए कंपनी यह पता लगाने का प्रयास करती है कि कंपनी का कौन सा कर्मचारी नौकरी छोड़ सकता है। कंपनी का आईकाउंट ऐप फीचर इसमें काफी मदद करता है। इस ऐप की मदद से कंपनी को कर्मचारी फीडबैक मिलते रहते हैं।