Indian Railway: कल से इन ट्रेनों में सफर के लिए QR कोड अनिवार्य, जानिए कैसे बनवाए क्यूआर कोड ई पास
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने कोरोना काल में जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों की आवाजाही के लिए मुंबई लोकल ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया। मुंबई लोकल की चुनिंदा ट्रेनों को ही पटरियों पर उतारा गया है, जिसमें महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार के जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को ही सफर करने की छूट मिली है। वहीं अब तक से मुबंई लोकल ट्रेनों में सफर के लिए क्यूआर कोड को अनिवार्य कर दिया गया है। 30 जुलाई से मुंबई लोकल ट्रेनों में सफर करने के लिए आपको क्यूआर कोड आधारित ई पास दिखाना होगा। बिना इसके आप ट्रेन में सफर नहीं कर सकेंगे।

30 जुलाई से मुंबई लोकल ट्रेन में सफर के लिए क्यूआर कोड अनिवार्य
30 जुलाई से मुंबई लोकल ट्रेनों में सफर के लिए QR code e-pass अनिवार्य हो गया है। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। रेलवे के मुताबिक क्यूआर कोड की अनिवार्यता से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़े लोग ही फिलहाल लोकल ट्रेनों में सफर कर सकें। रेलवे ने 30 जुलाई से सभी जरूरी सेवाओं से जुड़े यात्रियों के लिए QR कोड-आधारित पास अनिवार्य करने का आदेश कर दिया है। बिना इसके कल से आप मुंबई लोकल ट्रेनों में सफर नहीं कर पाएंगे।

कैसे मिलेगा क्यूआर कोड ई पास
ऐसे में सबसे अहम सवाल है कि ये क्यूआर कोड आधारित ई पास कैसे मिलेगा। महाराष्ट्र सरकार ने अपने एक सर्कुलर में कहा कि 30 जुलाई से मुबंई लोकल ट्रेनों में यात्रा करने लिए वैलिड रेलवे टिकट के साथ इलेक्ट्रॉनिक QR आधारित ई-पास अनिवार्य है। इस क्यूआर कोड की मदद से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़े लोग ही लोकल ट्रेन में आ जा सके। इसके लिए जरूरी सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों को विभाग द्वारा QR कोड वाले पहचान पत्र प्रदान किए जाएंगे।

यहां मिलेंगे क्यूआर कोड वाले ई पास
क्यूआर कोड के लिए कर्मचारियों को कही जाने की जरूरत नहीं है। हर विभाग में एचआर हेड द्वारा निर्धारित प्रारूप में कर्मचारियों को क्यूआर कोड उनके फोन पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
विभाग की ओर से अपने कर्मचारियों की, जिन्हें इस दौरान ऑफिस बुलाया जा रहा है, उनकी पूरी जानकारी 27 जुलाई तक पुलिस आयुक्त कार्यालय के आईटी सेल को दे दी गई है।
इसमें कर्मचारियों के व्यक्तिगत ऑफिसियल आईडी नंबर, उनके डिपार्टमेंट का नाम, उसका पता के साथ-साथ उनके काम के दिन की पूरी जानकारी सौंपी गई है।
इन जानकारियों के आधार पर कर्मचारियों के फोन पर एक वेब लिंक उन्हें SMS के जरिए मिलेगा।
कर्मचारियों को इस लिंक पर क्लिक मांगी जा रही जानकारियों को भरना है और उसे फिस से सब्मिड करना है, जो नोडल अधिकारियों प्राप्त होगा।
इसके बाद नोडल अधिकारियों की मंजूरी के बाद कर्मचारियों के लिए QR कोड तैयार जारी किए जाएंगे। इस क्यूआर कोड को स्कैन कर कर्मचारी लोकल ट्रेन में सफर कर सकेंगे।
गुड न्यूज: 1 अगस्त से सस्ता हो जाएगा नई कार और बाइक खरीदना, बदलने जा रहा है ये नियम