अगले वित्तीय वर्ष तक 9% की दर से बढ़ेगी भारत की रियल GDP: रेटिंग एजेंसी ICRA
अगले वित्तीय वर्ष तक 9% की दर से बढ़ेगी भारत की रियल GDP: रेटिंग एजेंसी ICRA
नई दिल्ली, 28 दिसंबर। रेटिंग एजेंसी इकरा (ICRA) ने अगले वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था की रियल जीडीपी ग्रोथ के 9 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022 और वित्त वर्ष 2023 दोनों में भारत की रियल जीडीपी 9 फीसदी बनी रह सकती है। कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के बीच जहां अर्थव्यवस्था में अनिश्चिता की स्थिति बनी हुई है तो वहीं रेटिंग एजेंसी ने अनुमान लगाया है कि अगले वित्तीय वर्ष में रियल जीडीपी 9 फीसदी बनी रहेगी।
रेटिंग एजेंसी ICRA ने अपनी रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही के लिए मौजूद आंकड़े इस बात का पुख्ता सबूत नहीं देते हैं कि मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी ने टिकाऊ ग्रोथ रिकवरी के जो दायरा रखा है। इसे लेकर रेटिंग एजेंसी ने कहा कि इकोनॉमी के 13 अहम संकेतों में से 7 संकेतक कोरोना के पहले के हालात से अधिक ग्रोथ की ओर इशारा कर रहे हैं। इन संकेतकों में जीएसटी ई-वे बिल जनरेशन,नॉन-ऑयल एक्सपोर्ट, रेल माल ढुलाई , कोल इंडिया लिमिटेड आउटपुट , बिजली उत्पादन, पेट्रोल खपत और बंदरगाहों पर कार्गो ट्रांसपोर्ट शामिल है।
जबकि 6 संकेतकों में पिछले साल के मुकाबले इस अक्टूबर-नवंबर 2021 में गिरावट देखने को मिली। ये संकेतक इशारा करते हैं कि अर्थव्यवस्था में रिकवरी व्यापक आधार पर नहीं हुई है। इन 6 संकेतकों में स्कूटर उत्पादन , घरेलू एयरलाइन ट्रैफिक , गाड़ियो का रजिस्ट्रेशन, डीजल की खपत , पैसेंजर व्हीकलउत्पादन और मोटरसाइकिल उत्पादन शामिल है। रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि हमने वित्त वर्ष 2022 में 9 प्रतिशत जीडीपी ग्रोथ के अपने पूर्वानुमान को बनाए रखा है। उन्हें उम्मीद है कि वित्तीय वर्ष 2023 में भी अर्थव्यवस्था के 9 फीसदी के समान ग्रोथ बनी रहेगी।
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