पीएम के साथ बैठक के बाद जेटली ने कहा-दूसरे देशों की तुलना में भारत में महंगाई काबू में
नई दिल्ली। तेल की बढ़ती कीमत और गिरते रुपए को लेकर चिंतिंत मोदी सरकार ने कहा है कि दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले भारत में महंगाई काबू में है। वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अर्थव्यवस्था पर समीक्षा बैठक की, जिसके बाद उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर ज्यादा है, जिसकी वजह से दूसरे देशों की तुलना में भारत में महंगाई काबू में है।
इस बैठक में वित्तमंत्री अरुण जेटली के साथ रिजर्व बैंक के गवर्नर, वित्त मंत्रालय के अधिकारी और पीएमओ के अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक के बाद वित्तमंत्री ने कहा कि अमेरिका में कुछ ऐसे नीतिगत फैसले लिए गए हैं, जिसके चलते डॉलर मजबूत हुआ है।
Our growth rate as compared to other countries of the world is quite high. Inflation in our country stays in a range & that range is moderate: FM Arun Jaitley in Delhi pic.twitter.com/BplEpa4b5y
— ANI (@ANI) September 14, 2018
पत्रकारों से बात करते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि सरकार चालू खाता घाटा (करंट अकाउंट डेफिसिट) को भी कम करने के लिए निर्यात पर जोर देगी। सरकार के इस कदम से गैर जरूरी चीजों का आयात कम होगा।
To address the issue of expanding CAD (Current Account Deficit) the govt will take necessary steps to cut down non-essential imports and also increase exports: FM Arun Jaitley in Delhi pic.twitter.com/ZlfU1JZQLR
— ANI (@ANI) September 14, 2018
उन्होंने कहा कि सरकार गैर-जरूरी आयात में कटौती करेगी और निर्यात बढ़ायेगी। सरकार चालू खाता घाटा नियंत्रित करने के लिए ईसीबी, मसाला बांड से प्रतिबंधों को हटाएगी।आपको बता दें कि आर्थिक समीक्षा के लिए शनिवार को को एक बार फिर से पीएम मोदी प्रमुख नीति निमार्ताओं के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में रुपए को गिरने से रोकने और तेल कीमतों में को रोकन पर चर्चा की जाएगी।
Mandatory hedging conditions for infrastructure loans will be reviewed to permit manufacturing sector entities to avail external commercial borrowing upto 50 million with minimum maturity of 1 year: FM Arun Jaitley in Delhi pic.twitter.com/W0XBpDhH0Y
— ANI (@ANI) September 14, 2018
गौरतलब है कि शुक्रवार को पीएम ने वित्तमंत्री अरुण जेटली, राजस्व सचिव हंसमुख अधिया और आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग समेत वित्तमंत्राल के अधिकारी और पीएमओ के अधिकारी बैठक में शामिल हुए।