कोरोना की मार, 22 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकालेगी लुफ्थांसा
नई दिल्ली। कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते आर्थिक संकट का सामना कर रही लुफ्थांसा एयरलाइन ने 22 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का ऐलान किया है। जर्मनी की राष्ट्रीय वाहक लुफ्थांसा की ओर से कहा गया है कि इसके अलावा भी कुछ नौकरियां जा सकती हैं। हाल ही में कंपनी ने कुछ भी छटनियां की हैं। कंपनी की ओर से कहा गया है कि बिजनेस की हालत बेहद खराब है, इसलिए ये किया जा रहा है।
कंपनी ने कई कर्मचारियों की पोजिशन भी घटा दी है और वेतन में भी कटौती की गई है। लुफ्थांसा एयरलाइन के दुनिया भर में 135,000 से ज्यादा कर्मचारी हैं। इनमें से लगभग आधे जर्मनी में हैं। अप्रैल में एयरलाइन ने कहा था कि वह प्रति घंटे रिजर्व लिक्विडिटी से करीब एक मिलियन यूरो खो रही है।
कोरोना महामारी के चलते एविएशन सेक्टर पर बेहद बुरा असर हुआ है। इस सेक्टर में अब तक हजारों लोगों की नौकरी जा चुकी है और लाखों पर खतरा मंडरा रहा है। हाल ही में अमीरात एयरलाइंस ने छंटनी की है। भारत में भी कई एयरलाइन ने अपने कर्मचारियों को जबरन छुट्टी पर भेजा है। कई एयरलाइन में सैलरी में भी कटौती की गई है। इससे पहले मई के आखिरी सप्ताह में खबर आई थी कि विमान बनाने वाली ग्लोबल कंपनी बोइंग 12,000 से अधिक लोगों की छंटनी कर रही है। कोविड-19 संकट की वजह से यात्रा प्रतिबंधों के चलते विमानन उद्योग को बड़ा झटका लगा है। कंपनी आगे और लोगों को भी नौकरी से निकाल सकती है।
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