भरी अदालत में जज और वकील के सामने युवती ने उड़ा दिए सबके होश
बिहार के नवादा में ससुरालियों से पीड़ित युवती ने भरी अदालत में जज के सामने जहर खा लिया।
पटना। ससुराल वालों की प्रताड़ना से परेशान विवाहिता न्याय के लिए कानून के दरवाजे पर हाजिरी लगा रही थी। काफी मशक्कत के बाद जब मामले में सुनवाई शुरू हुई तो भरी अदालत में वकील और न्यायधीश के सामने पीड़िता ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। इस मामले को देख सभी अवाक रह गए। फिर आनन-फानन में पीड़िता को नजदीकी सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज चल रहा है। आपको बताते चलें कि यह नजारा बिहार के नवादा व्यवहार न्यायालय में देखने को मिला जहां एडीजे 3 के कोर्ट में सुनवाई के दौरान युवती ने ऐसा किया।
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मिली जानकारी के अनुसार नवादा जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्र के रजत गांव की रहने वाली रेहाना(बदला हुआ नाम) और नवादा के तकियापर मौहल्ला का रहने वाला मोहम्मद रौनक के बीच कई महीनों से प्रेम प्रसंग का खेल चल रहा था। दोनों ने परिवार वालों से बगावत कर शादी कर ली। शादी के बाद रौनक जब अपनी पत्नी को लेकर घर पहुंचा तो उसके घर वाले लड़की को रखने के लिए तैयार नहीं हो रहे थे। काफी विरोध के बाद ससुराल वालों ने लड़की को रखा लेकिन उसे प्रताड़ित किया जाने लगा। बात-बात पर गाली देना मारपीट करना उनकी आदत बन गई। फिर एक दिन बदचलन का आरोप लगाते हुए ससुराल वालों के द्वारा उसे घर से निकाल दिया गया। ससुराल से निकाले जाने के बाद वह अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ महिला थाना पहुंचे जहां लिखित शिकायत देते हुए अपनी अपनी सुनाई। इस मामले में पुलिस से कोई भी मदद नहीं मिली तो कोर्ट का दरवाजा दिखा दिया गया।
पुलिस के द्वारा मामले में कानूनी कार्रवाई नहीं करने को लेकर पीड़िता जिले के एसपी विकास वर्मन के पास पहुंची और उन्हें भी अपनी दुखभरी प्रेम कहानी सुनाई। एसपी को लिखित शिकायत देते हुए पिता ने कहा कि शादी के कुछ दिनों तक तो सबकुछ ठीक-ठाक रहा फिर पति और ससुराल वाले दोनों मिलकर हमारे साथ भी मारपीट करने लगे और घर से बाहर करने की बात करने लगे। फिर एक दिन सबने मारपीट करते हुए मुझे घर से बाहर निकाल दिया जिसके बाद महिला थाने में हमने लिखित शिकायत दी पर अब तक कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। युवती के द्वारा इस तरह की बात कहे जाने को लेकर एसपी ने मामले में एफआईआर करने और उचित कानूनी कार्रवाई करने का आदेश संबंधित थाने को दिया लेकिन उसके बाद भी पीड़िता को जब न्याय मिलता नहीं दिखा तो वह कोर्ट पहुंची जहां सभी के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
मामले की सुनवाई एडीजे 3 के न्यायालय में चल रही थी पर पुलिस के द्वारा दिए गए चार्जशीट से खफा पीड़िता ने भरी अदालत में जहर खाकर सुसाइड करने की कोशिश की। हलांकि कोर्ट में उपस्थित लोगों की सक्रियता से पीड़िता की जान बचा ली गई।
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