बिहार: पटना में भूमिगत मेट्रो का काम शुरू, 5 एलिवेटेड और 6 अंडरग्राउंड बनेंगे स्टेशन, जनिए रूट
बिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मेट्रो परियोजना की शुरुआत कर दी है। मेट्रो कोरिडोर के अंतर्गत 6 भूमिगत मेट्रो स्टेशन होंगे । वहीं कोरिडोर की लंबाई 8.08 किलोमीटर होगी।
पटना, 19 अगस्त 2022। बिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मेट्रो परियोजना की शुरुआत कर दी है। मेट्रो कोरिडोर के अंतर्गत 6 भूमिगत मेट्रो स्टेशन होंगे । वहीं कोरिडोर की लंबाई 8.08 किलोमीटर होगी। इसमंह पांच एलिवेटेड और छह अंडरग्राउंड स्टेशन होंगे। गौरतलब है कि कोरिडोर-2 के डिजाइन और निर्माण की जिम्मेदारी एल एंड टी कंपनी को 29 दिसंबर 2021 को दी गई। फिलहाल कॉरिडोर का सिविल वर्क पूरा हो गया है।
मेट्रो स्टेशन बनाने के बाद शुरू होगा सुरंग का काम
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को कॉरिडोर-2 पर अंडरग्राउंड स्टेशन का शिलान्यास किया है। आपको बता दें कि कॉरिडोर-2 पर भूमिगत स्टेशन बनने के टनल (सुरंग) बनाने का काम चालु किया जाएगा। मेट्रो परियोजना की शुरुआत पटना में हो चुकी है, 6.5 किलोमीटर के रूट में मेट्रो का परिचालन होगा। पटना मेट्रो को सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के रूप में विकसित किया जा रहा है। पटना मेट्रो का काम खास तौर से प्राथमिकता वाले कॉरिडोर पर चल रहा है।
6.6 किलोमीटर का एलिवेटेड रूट
कंकड़बाग के मलाही पकड़ी से पाटलिपुत्र आईएसबीटी तक 6.6 किलोमीटर का एलिवेटेड रूट है। इस रूट में मेट्रो के पांच स्टेशन मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरो माइल और आईएसबीटी होंगे। इस इलाके में पिलर बनाया जा रहा है। 100 से ज्यादा पिलर का निर्माण लगभग पूरा होने को है। इस रूट पर मेट्रो का सभी काम दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। फिर विद्युतीकरण और अन्य काम किए जाएंगे। मलाही पकड़ी से पाटलिपुत्र आईएसबीटी रूट पर 40 फीट ऊंचे पिलर पर मेट्रो चलेगी।
मेट्रो रूट में छह अंडरग्राउंड स्टेशन में शामिल
पटना मेट्रो परियोजना के तहत पटना विश्वविद्यालय के साइंस कॉलेज परिसर में मेट्रो स्टेशन बनाया जायेगा। इसे पटना के छह अंडरग्राउंड स्टेशन रूट्स में शामिल किया जायेगा। पटना में अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए रूट तय कर दिया गया है। राजेंद्र नगर, मोइनुलहक स्टेडियम, पटना यूनिवर्सिटी, पीएमसीएच, गांधी मैदान और ऑल इंडिया रेडियो में अंडरग्राउंड स्टेशन बनाये जाने हैं। मेट्रो के परिचालन से लोगों के यात्रा किराया भी बचेगा। अभी की अपेक्षा कम पैसे खर्च कर लोग ज्यादा दूरी तक सफर कर सकेंगे। मेट्रो शुरू होने पर निजी वाहनों के परिचालन में भी कमी आएगी। पटना में चल रहे विभिन्न प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद लोगों का एक जगह से दूसरे जगह पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा।
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