रेलवे अब देगा डोर-टू-डोर पार्सल डिलीवरी की सुविधा, बिहार के इस ज़िले से होगी शुरुआत
अब आपके लिए एक राज्य से दूसरे राज्य में शिफ्ट होने के लिए सोचना नहीं पड़ेगा। रेलवे अब कुरियर कंपनी की तरह डोर टू डोर पिक एंड ड्रॉप की सुविधा देने जा रही है।
पटना, 15 अप्रैल 2022। अब आपके लिए एक राज्य से दूसरे राज्य में शिफ्ट होने के लिए सोचना नहीं पड़ेगा। रेलवे अब कुरियर कंपनी की तरह डोर टू डोर पिक एंड ड्रॉप की सुविधा देने जा रही है। पहले किसी भी इंसान का तबादला होता था तो शिफ्टिंग करना उनके लिए काफ़ी मुश्किल होता था लेकिन क्योंकि भरोसेमंद पैकर्स और मूवर्स मिलना बहुत ही मुश्किल होता था। किसी के ज़रिए अगर सुविधा मिल भी जाती थी तो समय पर पहुंचाने की कोई गारंटी नहीं होती थी। लेकिन रेलवे की इस सुविधा ने लोगों को शिफ्टिंग की मुसिबतों से निजात दिला दिया है।
डोर-टू-डोर पार्सल डिलीवरी
रेलवे अब कुरियर कंपनियों की तरह ही आपके दरवाजे पार्सल उठाएगा और आपके दरवाज़े तक पहुंचाएगा। इस सुविधा को अमलीजामा पहनाने के लिए रेलवे ने तैयारियां शुरू कर दी है। इसी कड़ी में सबसे बिहार में सबसे पहले पायलट प्रोजेक्ट के तहत छपरा स्टेशन से इस सेवा की शुरुआत की जाएगी। ग़ौरतलब है किभारतीय डाक विभाग के साथ मिलकर भारतीय रेलवे अब देशभर में डोर-टू-डोर पार्सल डिलीवरी की सुविधा मुहैय्या करवाने जा रहा है।
भारतीय डाक करेगा बुकिंग का काम
भारतीय रेलवे जो सुविधा दे रहा है इसके तहत आपको अब स्टेशन जाकर सामान को बुक कराने की ज़रूरत नहीं होगी। रेलवे की तरफ़ से कर्मचारी आएंगे और आपके घर से पार्सल उठाकर ले जाएंगे। इसके साथ ही गंतव्य पर पहुंच कर आपके दिए हुए पते पर पार्सल की डिलीवरी भी करेंगे। आपको बता दें कि पार्सल बुक करने के बाद उसके परिवहन से लेकर निर्धारित पते तक पहुंचाने की सारी ज़िम्मेदारी रेलवे की होगी। आपको बता दें कि आपके पार्सल की बुकिंग का काम भारतीय डाक करेगा लेकिन डिलीवरी पार्सल को रेलवे निर्धारित पते के नजदीक रेलवे स्टेशन तक पहुंचाएगा। जिसके बाद रेलवे स्टेशन से भारतीय डाक पार्सल लेगा। वहां से पार्सल को आखिरी पते तक पहुंचाने की ज़िम्मेदारी भारतीय डाक विभाग की होगी।
मिशन गति शक्ति के तहत पायलट प्रोजेक्ट
एडीआरएम ज्ञानेश कुमार त्रिपाठी ने हाल ही में छपरा जंक्शन पार्सल और वाशिंग पिट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के सीनियर डीसीएम संजीव कुमार शर्मा से उन्होंने पार्सल डिलेवरी योजना की जानकारी। आपको बता दें कि डोर टू डोर सामान पहुंचाने के लिए जंक्शन पर मिशन गति शक्ति के तहत पायलट प्रोजेक्ट शुरु किया जा रहा है। एडीआरएम ज्ञानेश कुमार त्रिपाठी की मानें तो पोस्टल डिपार्टमेंट और रेलवे के बीच ग्राहकों तक सुरक्षित सामान को पहुंचाने का क़रार हुआ है। ट्रेनों से जंक्शन पर पार्सल उतारा जाएगा और फिर डाक विभाग की मदद से ग्राहकों तक सुरक्षित सामान पहुंचाने के लिए रेलवे तैयारी कर रहा है। इस योजना के तहत पोस्टल कर्मी ट्रेन से सामान उतरने के बाद बड़े आराम से सामानों को सही पर डिलीवर कर सकेंग।
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