नीतीश-मोदी को लेकर ये क्या बोल गईं राबड़ी देवी
अपने विवादित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि इसमें क्या आपत्ति की बात है? थोड़ा हंसी मजाक कर लिया तो क्या? सभी करते हैं ना?
पटना। नोटबंदी के फैसले को लेकर केवल केंद्र सरकार और विपक्ष में ही ठनी हुई नहीं है बल्कि इस फैसले के बाद बिहार की राजनीति में भी एक नया मोड़ आ गया है।
मंगलवार को नोटबंदी के मुद्दे पर जहां बिहार विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी की जुबान फिसल गई।
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पत्रकारों ने जब राबड़ी से पूछा कि सुशील कुमार मोदी ने आग्रह किया है कि नीतीश कुमार भाजपा के साथ आ जाएं तो राबड़ी ने कहा कि मोदी जी आकर नीतीश को ले जाएं और उनसे अपनी बहन की शादी करा लें।
उनके इस बयान को लेकर जब विवाद बढ़ा तो राबड़ी ने सफाई देते हुए कहा कि मीडिया वाले बोले कि सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार आरजेडी छोड़कर बीजेपी में आ जाएं, तब हमने कहा कि मोदी जी नीतीश को गोदी में उठाकर ले जाएं।
अपने विवादित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि इसमें क्या आपत्ति की बात है? थोड़ा हंसी मजाक कर लिया तो क्या? सभी करते हैं ना?
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उन्होंने कहा कि पीएम ने काला धन छुपा कर रखा है। लालू जी के पास काला धन नहीं है। 25 साल से केस चल रहा है। एक चवन्नी कोई निकाल के दिखा दे।
आरजेडी-कांग्रेस के साथ गठबंधन पर सोचें नीतीश: सुशील मोदी
वहीं, मामले पर सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार 17 साल से भाजपा के साथ थे। क्या वहां उनका राजनीतिक कैरियर समाप्त हो गया। बल्कि उनका कद बढ़ा ही है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को दोबारा आरजेडी और कांग्रेस के साथ गठबंधन के बारे में सोचना चाहिए, अगर वे अब भी उनके साथ काम करते हैं तो वहां जरूर उनका राजनीतिक कैरियर खत्म हो जाएगा।
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गौरतलब है कि 8 नवंबर को नोटबंदी के फैसले के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लगातार इस फैसले की सराहना की है। नीतीश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कदम को साहसिक कदम बताया था।
वहीं लालू प्रसाद यादव और शरद यादव ने इस फैसले पर सवाल खड़े किए थे।
बिहार में जदयू और आरजेडी की गठबंधन सरकार है। ऐसे में इस मुद्दे को लेकर बिहार सरकार में ही दो मत नजर आ रहे हैं।