Park In Bihar: इस ज़िले में बना 'कबाड़ से जुगाड़' कर पहला कचरा पार्क, लोग कर रहे तारीफ़
Park In Bihar:गय में नगर निगम ने कचरा से पार्क निर्माण से लोगों को घूमने के लिए एक अच्छा वातावरण मिल गया है। अब लोग छोटे बच्चों को शौक से कचरा पार्च घुमाने लेकर जा रहे हैं। यह कचरा पार्क नगर निगम स्टोर (स्टेशन रोड)...
Park
In
Bihar:
बिहार
में
कई
जिलों
में
पार्क
का
प्रचलन
नहीं
है,
वहीं
ग्रामीण
इलाकों
में
लोग
पार्क
को
तरजीह
भी
नहीं
देते
हैं।
बिहार
में
पार्क
प्रचलन
नहीं
होने
के
बावजूद
'कबाड़
से
जुगाड़'
कर
प्रदेश
का
पहला
कचरा
पार्क
गया
जिले
में
बनाया
गया
है।
नगर
निगम
द्वारा
बनाये
गये
पार्क
की
लोग
काफी
तारीफ
कर
रहे
हैं।
दूसरे
जिले
के
लोग
भी
नगर
निगम
की
इस
पहल
को
देखने
आ
रहे
हैं।
यह
कचरा
पार्क
आकर्षण
का
केंद्र
बना
हुआ
है।
आज के ज़माने में बहुत कम लोग कचरे का फिर से इस्तेमाल करते हैं, वहीं नगर निगम ने शहर के घरों से निकाले जा रहे कचरे से पार्क का निर्माण किया है। इससे लोग जागरुक भी हो रहे हैं। वहीं स्थानीय लोग भी कचरे को साफ तरीक़े नगर निगम को सौंप रहे हैं ताकि खराब सामान को किसी तरह जुगाड़ से पार्क बनाने के काम में लाया जा सके। गया जिले में जाने के बाद कचरा पार्क का नज़ारा देखने के बाद आप भी कहेंगे वाकई नगर निगम में शानदार प्रयोग किया। आइए आपको भी कचरा पार्क के कबाड़ से जुगाड़ का दीदार कराते हैं।
Human Trafficking Bihar: ऑर्केस्ट्रा बन रहा ह्यूमन ट्रैफिकिंग का जरिया, सामने आ चुके कई मामले
गया में नगर निगम ने कचरा से पार्क निर्माण से लोगों को घूमने के लिए एक अच्छा वातावरण मिल गया है। अब लोग छोटे बच्चों को शौक से कचरा पार्च घुमाने लेकर जा रहे हैं। यह कचरा पार्क नगर निगम स्टोर (स्टेशन रोड, गया) में रखे कबाड़ और शहर से निकले कचरा से निर्माण किया गया है। पार्क को कबाड़ से जुगाड़ कर बेहतरीन तरीक़े से सजाया गया है। आप भी नज़ारा देख कर कहेंगे एक पार्क ऐसा भी
Lost Heritage Bihar: खंडहर हो चुका बिहार के इस ज़िले का 'हवा महल', 17वीं शताब्दी में हुआ था निर्माण
कचरा पार्क घूमने के बाद लोग नगर नगम के पहल की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। लोगों का कहना है हम लोग बिना कुछ सोचे समझे कई चीज़ों को कबाड़ में फेंक देते हैं। नगर निगम ने कबाड़ से पार्क बनाकर लोगों को यह सीख दी है कि कबाड़ का भी सही उपयोग किया जा सकता है। वहीं कचरा पार्क बनाने का एक और मकसद शहर के कचरे को भी कम करना है। पर्यावरण के मद्देनज़र भी नगर निगम ने ये अनोखा प्रयोग किया है। आपको बता दें कि प्रदेश के ज्यादातर जिलों में रोज़ाना कचरा उठाने का काम किया जा रहा है। जिससे जैविक खाद बनाकर उसका भी इस्तेमाल किया जा रहा है। ग़ौरतलब है कि स्वच्छता सर्वेक्षण में इस साल पूरे बिहार में गया टॉप पर रहा।
Bihar की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा बनाने में लगे इतने साल, जानिए कब होगा दीदार ?
'कचरा पार्क' में फेंके हुए पानी बोतल, मोबिल के डिब्बे, गाड़ियों की टायर और फालतू डिब्बों से शानदार फूल का गमला बनाया गया जो जिसका आकार काबिले तारीफ है। वहीं पार्क में टायर से बनी दीवार घड़ी, ट्रक फिल्टर से बनी ट्रेन, चाय की प्याली से घंटा घर बनाया गया है। वहीं पार्क में ट्रक बॉडी को सेल्फी प्वॉइंट बनाया गया है। इसके अलावा पार्क में बेकार खिलौने से बेहतरीन सजावट की गई है। आपको बता दें कि पार्क की सजावट में टीवी, कैमरा, टायर, घड़ी, फूलों की टहनी, रंगीन पत्थर, ट्रॉली का झूला, गमला, टेडी बियर, शोरूम में लगी मोम की प्रतिमा वगैरह का इस्तेमाल किया गया है।
ये भी पढ़ें: Water Sports Bihar: गोवा जैसे खेलों का लुत्फ़ उठाने के लिए हो जाएं तैयार, 15 नवंबर से शुरू हो सकती है सेवा