बिहार के इस गांव में एक भी छात्र नहीं हुआ पास
इस बार इंटर की परीक्षा के रिजल्ट से नाराज छात्र जगह-जगह रास्ता जामकर अपनी नाराजगी जाहिर करते दिखे।
पटना। बिहार की शिक्षा व्यवस्था हमेशा से ही अपने कारनामों की वजह से चर्चा में रहती है। कभी परीक्षा में धांधली तो कभी खुलेआम चोरी तो इस बार वजह बना है रिजल्ट। इस बार बिहार स्कूल परीक्षा समिति द्वारा जारी इंटरमीडिएट परीक्षा के रिजल्ट में 30.11 फीसद साइंस के परीक्षार्थी तो 37.13 फीसदी आर्ट्स के विद्यार्थी ही केवल पास हुए हैं। देखा जाए तो अन्य सालों की अपेक्षा इस साल का रिजल्ट बहुत ही खराब आया है। इसी पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं बिहार का एक ऐसा गांव जहां के रहने वाले लगभग सभी छात्र परीक्षा में फेल हुए हैं।
बिहार के बांका जिले में एचकेबी स्कूल का रिजल्ट पूरे बिहार के स्कूल के रिजल्ट से खराब है क्योंकि इस स्कूल के माध्यम से परीक्षा दे रहे एक गांव के सभी छात्र फेल हो गए। तो स्कूल में शामिल अन्य गांवों के छात्रों में 80 फीसदी छात्र फेल हो गए हैं। जो दुबारा कॉपी जांच की मांग को लेकर सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि यहां से साइंस सब्जेक्ट में 504 और आर्ट्स में 300 छात्र शामिल हुए थे। जिसमें 80% छात्र फेल हो गए हैं।
इस बार इंटर की परीक्षा के रिजल्ट से नाराज छात्र जगह-जगह रास्ता जामकर अपनी नाराजगी जाहिर करते दिखे। इसी में राजापुर गांव के 55 छात्रों ने अमरपुर बांका मुख्य पथ को जाम करते हुए विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। उनका आरोप है कि ऐसा कैसे हो सकता है कि पूरा का पूरा गांव ही फेल हो जाए। क्योंकि हमारे गांव से 55 लड़कों ने परीक्षा दिया था पर सभी फेल हो गए। इस बार भी कॉपी चेकिंग में धांधली हुई है। सरकार को फिर से कॉपी को चेक कराना चाहिए।
तो दूसरी तरफ रामचंद्रपुर इटहरी के 34 छात्रों में से मात्र 3 छात्र परीक्षा में पास हुए और बाकी छात्र फेल हो गए। जिसके बाद इन लोगों ने भी रास्ता जाम करते हुए प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। फिर मौके पर पहुंची पुलिस ने दुबारा कॉपी जांचने का आश्वासन दिया तब जाकर आक्रोशित छात्र शांत हुए और मुख्य मार्ग को जाम से मुक्ति मिली।