इंडोनेशिया में बजेगा बिहार का डंका, मुजफ्फरपुर की लहठी को मिलेगी अंतर्राष्ट्रीय पहचान
भारत को अगले साल होने वाले सम्मेलन के अध्यक्षता की जिम्मेदारी भी सौंपे जाने की बात सामने आ रही है। यही वजह है कि हिंदुस्तान की तरफ़ से इस सम्मलेन को खास बनाने की तैयारी ज़ोरों पर चल रही है। आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर...
पटना, 23 सितंबर 2022। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की लहठी को अब अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिलेगी। इंडोनेशिया के बाली में 15 नवंबर को जी-20 सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। जी-20 सम्मेलन में भारत की तरफ़ से राष्ट्राध्यक्षों को खास तोहफा देने की बात कही जा रही है। इसमें मुजफ्फरपुर की लहठी समेत हस्तकला के अन्य उत्पाद तोहफे के तौर पर दिया जाएगा। उद्योग विभाग ने इस बाबत तैयारी शुरु कर दी है। मुजफ्फरपुर की पहचान लहठी जी-20 सम्मेलन तोहफे के तौर दिया जाएगा। सम्मेलन में शामिल हुए राष्ट्र अध्यक्षों को भारत की तरफ़ भेंट के तौर पर दिया जाएगा। इस तरह बिहार की लहठी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान मिलेगी।
लहठी को मिलेगी अंतर्राष्ट्रीय पहचान
भारत को अगले साल होने वाले सम्मेलन के अध्यक्षता की जिम्मेदारी भी सौंपे जाने की बात सामने आ रही है। यही वजह है कि हिंदुस्तान की तरफ़ से इस सम्मलेन को खास बनाने की तैयारी ज़ोरों पर चल रही है। आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर की लहठी केंद्र सरकार की वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना में शामिल है। विदेश मंत्रालय की तरफ़ से जी-20 सम्मेलन में लहठी ले जाया जायेगा। व्यवसायियों और कारीगरों के बीच लहठी को वैश्विक पहचान दिलाने की कवायद से खुशी का माहौल है।
महिला उद्यमियों और कारोबारियों को होगा फायदा
एमएसएमई मंत्रालय ने इस उत्पाद के निर्यात के मद्देनज़ कार्य योजना तैयार की है। सरकार की इस पहल से मुजफ्फपुर जिले के लहठी उद्योग औ कारोबार से जुड़े 50 हजार लोगों फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। प्रधानमंत्री मुद्रा लोन, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना और आत्मनिर्भर भारत जैसी सरकारी योजनाओं के ज़रिए लहठी उद्योग में ज्यादा से ज्यादा स्वरोजगार को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है। महिला उद्यमियों और कारोबारियों को इससे ज्यादा फायदा मिलने की उम्मीद है।
लहठी के लिए मशहूर है इस्लामपुर मंडी
सरकार की इस पहल से लहठी की गुणवत्ता और डिजाइन को बेहतर बनाते हुए अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय बाजार में सप्लाई किया जाएगा। लहठी उद्योग और कारोबार से जुड़े लोगों की मानें तो इसके लिए इस्लामपुर लहठी मंडी सबसे फेमस है। यहा से लहठी दूसरे राज्यों में भी भेजी जाती है। वहीं पंखाटोली, रामबाग, मनियारी जैसे इलाकों के दर्जनों गांवों में कई परिवार घर में ही लहठी तैयार कर बाज़ारों में सप्लाई करते हैं।
सचिन तेंदुलकर पत्नी को भी पसंद आया लहठी
ग्रामीणों की मानें तो लहठी के कारोबार से करीब पांच सौ छोटे-बड़े व्यवसायियों का काम चल रहा है। लहठी के ज़रिए हर साल 50 करोड़ रुपये बिज़नेस सिर्फ़ मुजफ्फरपुर जिले से होता आ रहा है। यहां कि लहठी इतनी ज्यादा मशहूर है कि बालीवुड फ़ेम अभिनेत्री ऐश्वर्या राय भी इसे पहन चुकी हैं। मुजफ्फरपुर की लहठी अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय की शादी के दौरान उन्हें सौगात के तौर पर तोहफें में दी गई थी। इतना ही नहीं यहां की लहठी क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की पत्नी अंजलि तेंदुलकर भी पहन चुकी हैं।
विदेशों में भी लहठी ने दी दस्तक
शगुन के तौर पर शादी और त्योहारों में लोग लहठी बहुत ही शौक से देते हैं। बिहार के मुजफ्फरपुर ज़िले की लहठी ने प्रदेश में तो मशहूर है ही, अब देश के अलावा विदेशों में यहां के लहठी ने दस्तक दे दी है। डीके सिंह (महा प्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र) की ने जानकारी देते हुए बताया कि जी-20 सम्मेलन में लहठी को भेजने के लिए विभाग की तरफड से निर्देश मिले हैं। इसके बाबत ज़ोरों से तैयारी चल रही है।
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