मुजफ्फरपुरः आर्थिक तंगी के चलते पति-पत्नी ने की खुदकुशी, तीन बच्चे हुए अनाथ
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के अंबारा तेजसिंह पंचायत के चौबे अंबारा गांव में मंगलवार की देर रात आर्थिक तंगी से परेशान दंपती ने गले में फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली। मृतक दंपति ने कई माइक्रो फाइनेंस कंपनी से कर्ज लिये हुए थे। मृतक राजेश महतो के चचेरे भाई अरविंद कुमार ने बताया कि भाई राजेश महतो व भाभी ममता देवी ने कई माइक्रो फाइनेंस कंपनी से कर्ज लिए थे और तय समय पर पैसा नहीं चुकाने के कारण दोनों ही तनाव में थे।
उन्होंने बताया कि फिलहाल मंगलवार को उन्हें दो ऋण का किस्त चुकाना था, लेकिन घर में पैसे नहीं रहने के कारण दोनों पूरे दिन डिप्रेशन में थे। उस दिन हम पटना में निजी गाड़ी चलाते हैं। देर रात घर आए थे। खाना खाकर बाथरूम गए। मौसी के चिल्लाने पर हम जब भैया के घर में गए तो देखा कि भैया का शव बिछावन पर है व भाभी का शव छत के सहारे फंदे से लटका हुआ है।
चचेरे भाई अरविंद ने बताया कि देखने से प्रतीत हुआ है कि पहले भैया ने आत्महत्या की और उसके बाद जब भाभी ने देखा कि यह अब इस दुनिया में नहीं हैं, तब वह भी गले में फंदा डाल कर लटक गई। हम लोग जब तक मामले को समझते तब तक काफी देर हो चुकी थी।
सरैया पुलिस ने दोनों का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में एसकेएमसीएच भेज दिया। थानाध्यक्ष अजय पासवान ने बताया कि मृतक के चाचा बिकाऊ महतो के द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर मामले में यूडी केस दर्ज किया गया है।
गांव के अब्दुल बशीर अंसारी ने बताया कि राजेश महतो टेंपो चला कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। उसके तीन बच्चे हैं। राजेश के पिता जगदेव महतो कोलकाता में बोरा सिलाई का काम करते हैं। देर रात घटना की जानकारी मिलने पर वे कोलकाता से घर के लिए निकल पड़े थे। प्रधानमंत्री आवास योजना की सहायता राशि से राजेश का घर बना है। वृद्ध मौसी लालपरी देवी भी घर पर रहती थी।
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