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सुप्रीम कोर्ट के वकील से था बेटी का अफेयर, जज पिता ने घर में बंधक बनाकर पीटा

By Ankur Kumar Srivastava
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पटना। बिहार के खगडि़या जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। कई बड़े-बड़े मामलों में फैसला सुननाने वाले सेशन कोर्ट के जज ने अपनी ही लॉ ग्रेजुएट बेटी यशस्विनी की लव स्‍टोरी का फैसला नहीं कर सके। आरोप है कि जज सुभाष चंद्र ने अपनी बेटी यशस्विनी के साथ बंधक बनाकर मारपीट की है। टाइम्‍स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक जज को ये बात पता चल गई थी कि उनकी बेटी का सुप्रीम कोर्ट के एक अधिवक्ता सिद्धार्थ बंसल के साथ अफेयर चल रहा है। इसी बात से नाराज होकर उन्होंने ये कदम उठाया। इस काम में उनके परिवार ने भी उनका साथ दिया।

सुप्रीम कोर्ट के वकील से था बेटी का अफेयर, जज पिता ने घर में बंधक बनाकर पीटा

मामले के सामने आने पर पटना हाई कोर्ट ने इस पर संज्ञान लिया और सोमवार को सुनवाई का फैसला किया। केस की सुनवाई चीफ जस्टिस राजेंद्र मेनन और राजीव रंजन प्रसाद की डिविजन बेंच करेगी। दरअसल वेबसाइट बार ऐंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार, युवती पटना की चाणक्य नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी से एक लॉ ग्रैजुएट है, जिसके सुप्रीम कोर्ट के एक वकील सिद्धार्थ बंसल के साथ संबंध होने की वजह से पिता सुभाष चंद्र चौरसिया सहित परिवार के अन्य सदस्यों ने मारपीट की थी। रिपोर्ट में बताया गया कि वह पहली बार 2012 में साकेत कोर्ट कॉम्प्लैक्स में इंटर्नशिप के दौरान सिद्धार्थ से मिली थी।

इसके बाद यशस्विनी अपनी मां के साथ 6 मई को होने वाले दिल्ली जुडिशल सर्विस एक्जाम के लिए अपनी मां के साथ गई थी और अपने होटल के बाहर सिद्धार्थ से मिली थी। दोनों के रिश्ते के बारे में पता चलते ही उसकी मां उसे खगड़िया वापस ले गई। वहां उसके साथ पूरे परिवार ने मारपीट की। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यशस्विनी को पीटे जाने के बाद उसके रोने की आवाज सिद्धार्थ को फोन पर सुनाई गई। यशस्विनी की ऐसी हालत का पता चलते ही सिद्धार्थ ने इसकी शिकायत डीजीपी केएस द्विवेदी को कर दी। रिपोर्ट के अनुसार, सिद्धार्थ अपने वरिष्ठ साथियों के साथ पिछले महीने खगड़िया आए और यशस्विनी के पिता से मुलाकात की। इस दौरान सुभाष ने सिद्धार्थ से कहा सिविल सर्वेंट या जज बनने पर ही वह यशस्विनी से शादी करने लायक हो पाएंगे।

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English summary
The Patna high court on Saturday took suo motu cognizance of a report published in online portal ‘Bar & Bench’ on June 22 regarding alleged confinement of a 24-year-old girl by her father, who is district and sessions judge of Khagaria.
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