Government School : सवालों के घेरे में ‘शिक्षा व्यवस्था‘, आसमान के नीचे पढ़ाई और खुले में शौच
Government School: बसढ़ीया प्राथमिक विद्यालय में चार टीचर हैं, जिसमें से तीन शिक्षक महिला हैं। वहीं स्कूल की प्रधान टीचर ममता कुमारी ने बच्चों को खुले मैदना में पढ़ाने का ज़िक्र करते हुए बताया कि विद्यालय में दो कमरे...
Government
School
:
बिहार
में
शिक्षा
व्यवस्था
पर
आए
दिन
सवाल
खड़े
हो
रहे
हैं।
ताज़ा
मामला
बिहार
के
समस्तीपुर
जिले
का
है।
जहां
बसढ़ीया
प्राथमिक
विद्यालय
(मुसहरी
टोला
दलसिंह,
सराय
प्रखंड)
में
छात्र
खुले
आसमान
में
शिक्षा
लेने
के
लिए
मजबूर
हैं।
इतना
ही
नहीं
बदइंतज़ामी
का
ये
आलम
है
कि
बच्चों
को
शौच
भी
खुले
में
जाना
पड़
रहा
है।
ग्रामीणों
की
मानें
तो
पहले
यह
विद्यालय
लोहिया
आश्रम
में
संचालित
हो
रहा
था।
इसके
बाद
स्कूल
के
लिए
3
कट्ठा
ज़मीन
मुहैय्या
कराई
गई।
साल
2020
में
आलोक
कुमार
(स्थानीय
विधायक)
ने
अपने
निजी
फंड
से
दो
कमरे
का
निर्माण
करवाया
था।
जिसमें
10
लाख
76
हज़ार
रुपये
की
लागत
आई
थी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि छात्र तो जैसे-तैसे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, इससे भी ज्यादा हैरानी वाली बात है कि स्कूल तक पहुंचने के लिए रास्ता तक नहीं है। स्कूल भवन के दो कमरे में से एक कमरे को दफ्तर बनया गया है। वही बचे एक कमरे में बच्चों की क्लास होती है। चूंकि छात्रों की तादाद 135 है और एक कमरे में सभी बच्चे सही से बैठ नहीं पाते हैं। इसलिए बच्चों को कमरे के सामने बने बरामदे और पेड़ के नीचे खुले मैदान में तालीम दी जाती है। वहीं बच्चों के लिए मिड डे मील झोपड़ी में तैयार की जाती है।
Bihar Tourism: प्रदेश में बढ़ रही पर्यटकों की तादाद, राज्य सरकार बढ़ाने जा रही है ये सुविधाएं
बसढ़ीया प्राथमिक विद्यालय में चार टीचर हैं, जिसमें से तीन शिक्षक महिला हैं। वहीं स्कूल की प्रधान टीचर ममता कुमारी ने बच्चों को खुले मैदना में पढ़ाने का ज़िक्र करते हुए बताया कि विद्यालय में दो कमरे होने की वजह से छात्रों को बाहर पढ़ाना पड़ता है, क्योंकि सभी बच्चों को एक साथ कक्षा में बैठा पाना मुमकिन नहीं है। वहीं स्थानीय लोगों ने नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए कहा कि बारिश और गर्मी के दिनों में छात्रों को खुले में पढ़ाने से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। वहीं कुछ लोगों स्कूल के सामने जानवरों को बांधते हैं और जलावन भी रखते हैं, इससे बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ये
भी
पढ़ें:
Bihar
Hospital:
गांव
के
मुखिया
को
मिलेगी
नई
ज़िम्मेदारी,
ग्राम
स्वास्थ्य
समिति
का
किया
जा
रहा
गठन