नवजात को नोंच-नोंच कर खाया फिर सिर को मुंह में दबाए पूरे अस्पताल में घूमता रहा कुत्ता
पटना। बिहार में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग का अमानवीय चेहरा सामने आया है। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से एक बार फिर एक नवजात बच्चा कुत्ते का निवाला बन गया। यहां एक नवजात बच्चे को जिंदा या मुर्दा कचरे के ढेर में फेंक दिया गया था। इस बात का खुलासा तब हुआ जब कुत्ता नवजात को नोंच-नोंच कर खाने के बाद उसका सिर अस्पताल में लेकर घूमने लगा। जैसे ही लोगों की उस पर नजर पड़ी हड़कंप मच गया। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस मामले पर कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं और जांच करते हुए कार्रवाई की बात कर रहे हैं। इस घटना को लेकर ऐसा कहा जा रहा है कि इसे जन्म के बाद ही उसे कचरे के ढेर में फेंक दिया गया था।
मेडिकल कॉलेज का मामला
मिली जानकारी के अनुसार मामला राजधानी पटना के मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित दुर्गा मंदिर के पास की है। जहां एक नवजात बच्चे को जन्म के बाद जिंदा या मुर्दा कचरे के ढेर में फेंक दिया गया था। जिसे अस्पताल के बाहर घूमने वाले आवारा कुत्तों ने अपना भोजन बना लिया। बच्चे की बॉडी को पूरी तरह नोंच-नोंच कर खाने के बाद कुत्ता उसका सर लेकर अस्पताल में घूम रहा था। जब लोगों ने कुत्ते के मुंह में नवजात बच्चे का असर देखा तो अस्पताल में हड़कंप मच गया। और सभी अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे।
कुत्ता ओपीडी के पीछे से लेकर आया था नवजात का शव
इस घटना को अपनी आंखों से देखने वाले कुछ लोगों ने बताया कि मेडिकल कॉलेज स्थित दुर्गा मंदिर के पास अस्पताल के ओपीडी के पीछे से एक कुत्ता अपने मुंह में नवजात का सिर दबाए अस्पताल की तरफ घूमने लगा। जिसे देखने के बाद और भी कई कुत्ते उसके पीछे भागने लगे तभी कुत्ता नवजात का सिर वहीं छोड़कर चला गया। नवजात बच्चे के सिर को कुत्ता कचरे के ढेर से लेकर जा रहा था। हालांकि अब तक यह पहचान नहीं किया गया है कि वह नवजात बच्चा किसका था।
पुलिस कर रहा है मामले की जांच
लोगों ने अनुमान लगाया है कि नवजात को जन्म के बाद जिंदा या मृत अवस्था में कचरे में फेंक दिया गया होगा। हालांकि इस मामले का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है क्योंकि जब तक मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची तब तक अस्पताल के कर्मचारियों ने बच्चे के सिर को वहां से हटा दिया था। मामले की जानकारी देते हुए पीरबहोर थाना प्रभारी गुलाम सरवर ने बताया कि जब तक अस्पताल के लोगों द्वारा इस तरह की बात की सूचना मिली और मौके पर पुलिस पहुंची तब तक बच्चे के सिर को हटा दिया गया था। इसलिए उनको कुछ नहीं मिला है।
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