बिहार में 20 करोड़ का कोबरा जहर पकड़ा गया, जानिए क्या है यह कारोबार?
कोबरा के जहर का इस्तेमाल नशा के लिए होता है और इससे जिंदगी बचानेवाली दवा भी बनाई जाती है। बिहार में इसकी तस्करी का पर्दाफाश हुआ है।
पटना। कोबरा जिसका नाम सुनते ही अच्छे-अच्छे लोगों के पसीने छूट जाते हैं उसी का जहर शहर में सप्लाई किया जा रहा था। इस बात का खुलासा पटना के डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस की टीम ने की है। टीम के अधिकारियों ने बताया कि फ्रांस से तस्करी कर लाए कोबरा सांप का 908 ग्राम जहर बरामद किया गया है, साथ ही दो तस्करों को पूर्णिया जिला के खजांची हाट थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। Read Also: गर्लफ्रेंड समझकर युवक ने कर ली कोबरा से शादी, रहता है पत्नी-पत्नी की तरह
बिहार के पूर्णिया से मिला 20 करोड़ का जहर
डीआरआई पटना के इकाई से मिली जानकारी के अनुसार 20 करोड़ के कोबरा जहर के साथ दो तस्करों को बिहार के पूर्णिया से गिरफ्तार किया गया है। दोनों तस्कर मधेपुरा जिला निवासी वीरेंद्र मंडल और पूर्णिया जिला निवासी वकील दास को कोबरा सांप के इस जहर को दिल्ली भेजने वाले थे तभी उनको रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जब्त किए गए कोबरा सांप के जहर की इस खेप की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में करीब 20 करोड़ रुपए है। सूत्रों ने बताया कि फ्रांस के रेड ड्रेगन कंपनी द्वारा निर्मित कोबरा सांप के जहर की यह खेप वहां से पड़ोसी देश बंगाल होते हुए भारत लाया गया है।
जहर की स्मगलिंग का खुलासा
कोबरा सांप के जहर की तस्करी करने वाले एक सिंडिकेट के लिए कैरियर के तौर पर काम करने वाले गिरफ्तार इन दोनों लोगों ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल निवासी गोपालदास और नारायण घोष के संपर्क में थे।
पड़ोसी देश बांग्लादेश के ढाका निवासी मोहम्मद जब्बार ने इस खेप को बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल के मालदा पहुंचाया था जहां से वे पूर्णिया और पटना होते हुए दिल्ली लेकर जा रहे थे । उन्हें इस खेप को पहुंचाने के एवज में उन्हें दो लाख रुपए दिए गए थे।
डीआरआई की टीम ने कोबरा सांप के जहर कि इस खेप को पटना लाकर फॉरेंसिक लैब जांच के लिए भेज दिया है और गिरफ्तार लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
आखिर क्यों किया जाता है कोबरा के जहर तस्करी?
कोबरा सांप के जहर की तस्करी नशे के शौकीन लोग पार्टियों में किया करते हैं। नशा के साथ-साथ कोबरा के जहर का इस्तेमाल दवा बनाने के लिए भी किया जाता है। दवा बनाने को लेकर इस जहर का डिमांड विदेशों में भी है। एक लाख में मिलता है एक बूंद कोबरा जहर।
इसका नशा ज्यादा रईसजादे करते हैं। शराब, गांजा, हेरोइन और अफीम के नशे से थक चुके लोग अब नशे के लिए कोबरे के जहर का इस्तेमाल करते हैं। यह नशा अधिकतर राजधानी में होने वाली रेव पार्टियों में किया जाता है।
कई घातक बीमारियों का रामबाण इलाज है कोबरा जहर। नशे की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाली कोबरा के जहर का इस्तेमाल सिर्फ नशे के लिए ही नहीं बल्कि कई गंभीर बीमारियों में भी किया जाता है। कैंसर के इलाज के लिए कोबरा का जहर रामबाण दवा के रूप में काम करता है।
जिंदगी बचाने के लिए भी होता है इस्तेमाल
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