बिहारः पुलिस भर्ती की परीक्षा देने गई आदिवासी लड़की की रेप के बाद हत्या, बिना कपड़ों के मिली लाश
बेतिया। बिहार के बेतिया जिले के बगहा थाना क्षेत्र की रहने वाली आदिवासी लड़की की लाश मिलने से बवाल हो गया है। उरांव जनजाति की यह लड़की बीते 14 मार्च को सिपाही बहाली का परीक्षा देने बेतिया गई हुई थी। इसके बाद वापसी के दौरान वह गायब हो गई। गुरुवार को उसकी लाश त्रिवेणी नदी में तैरते हुए मिली है। आशंका जताया जा रहा है कि जिस ऑटो से वह लौट रही थी। उसके चालक ने युवती के साथ रेप किया होगा फिर उसको मौत के घाट उतार दिया होगा।

पोस्टमार्टम के लिए बगहा लाए जाने के बाद उरांव समुदाय के हजारों लोग अनुमंडल अस्पताल के सामने एकत्रित हो गए। पुलिस प्रशासन के खिलाफ लोगों ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान बगहा एसपी गोरख जाधव और एसडीएम को भीड़ से बचकर निकलना पड़ा। भीड़ के चलते एनएच 727 जाम हो गया। आक्रोशित लोगों ने लड़की की हत्या के आरोपित को फांसी की सजा देने की मांग की।
बगहा अनुमंडल अस्पताल के बाहर हुए हंगामे में बड़ी संख्या में स्कूली छात्राएं भी शामिल थीं। सभी पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। लड़कियों में सुरक्षा को लेकर काफी गुस्सा था। इस दौरान अस्पताल पहुंचे एसपी और एसडीएम को भी गुस्से का शिकार होना पड़ा। बार-बार समझाने के बाद भी हंगामा जारी रहने पर एसपी भी चुपचाप निकल गए।
चिउटाहा थाना इलाके के एक गांव की निवासी 20 वर्षीय छात्रा 14 मार्च को सिपाही बहाली की परीक्षा देने बेतिया आई हुई थी। देर शाम को वह ऑटो से बेतिया से बगहा लौट रही थी। शाम को करीब 7.30 पर बड़े भाई ने फोन किया तो बताया कि मर्यादपुर नहर इलाके तक पहुंची है और ऑटो में अकेली है। इसके बाद उसका मोबाइल स्वीच ऑफ आने लगा। देर रात को जब वह घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने चिउटहा थाना में मामला दर्ज कराया। लड़की के गायब होने के पीछे परिजनों ने ऑटो चालक पर शक जताया था।
गुरुवार की सुबह प्रतापपुर गांव से सटे त्रिवेणी नहर में एक लड़की की लाश तैरती हुई मिली। अंडरगार्मेंट में तैरती लाश देखकर गांव वालों ने उसे बाहर निकाला। फिर सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल उसी लेटर से शव की पहचान की। पुलिस और लड़की के परिजनों को सूचना दी गई।