बिहार: आर्मी के लिए युवक ने बनाई डिवाइस, छोटी मशीन करती है काम बड़ा, सेना तक पहुंचाने के लिए मांगी मदद
भारतीय सेना की मदद के लिए 28 वर्षीय संजीत रंजन एक डिवाइस तैयार किया है। धुसवा गांव (नौतन प्रखंड) के रहने रामकुमार शर्मा के बेटे संजीत ने बताया कि, इस डिवाइस को सेना के जवान अपने पॉकेट में रख कर बखूबी ड्यूटी को अंजाम...
पटना, 9 सितंबर 2022। बिहार के युवाओं को अगर सही प्लैटफॉर्म मिल जाए तो वह अपनी प्रतिभा से विदेशों तक में प्रदेश का परचम लहरा देंगे। जमुई के युवक की हाइड्रो लिफ्टिंग तकनीक से दुनिया की सबसे सस्ती बिजली उत्पादन की जा सकती है। वहीं भागलपुर की छात्रा के मॉडर्न स्कूली बैग के आईडिया से बच्चों को मौसमी परेशानियों से निजात मिलेगी। वहीं अब बिहार के बेतिया के रहने वाले युवक ने सेना के लिए एक डिवाइस तैयार किया है। जिसकी मदद से सेना गर्मी में ठंडी और ठंडी में गर्मी का लुत्फ़ उठा सकेंगे। एक लफ़्ज़ में कहें तो युवक ने आर्मी जवानों के लिए पोर्टेबल एसी बनाई है। जिसे पॉकेट में रख कर मौसमी चुनौतियों से सामना किया जा सकता है।
भारतीय सेना की मदद के लिए बनाया डिवाइस
भारतीय सेना की मदद के लिए 28 वर्षीय संजीत रंजन एक डिवाइस तैयार किया है। धुसवा गांव (नौतन प्रखंड) के रहने रामकुमार शर्मा के बेटे संजीत ने बताया कि, इस डिवाइस को सेना के जवान अपने पॉकेट में रख कर बखूबी ड्यूटी को अंजाम दे सकते हैं। डिवाइस की यह खासियत है कि गर्मी के मौसम यह ठंडा करेगा और ठंड के मौसम में गर्मी एहसास कराएगा। संजीत का दावा है कि बर्फीली इलाकों में तैनात जवान भी इस डिवाइस की मदद से बढ़े हुए तापमान का आनंद ले सकेंगे।
6 घंटे से लेकर 24 घंटे तक काम करेगा डिवाइस
संजीत ने बताया पॉवरबैंक की तरह दिखने वाले डिवाइस में हीटर, एसी, चार्जेबल बैट्री, एयरपंप सर्किट (गर्म और ठंडा करने वाला सर्किट) इंस्टॉल्ड है। युवक की मानें तो एक बार चार्ज होने पर 6 घंटे से 24 घंटे तक बिना रुके यह काम कर सकता है। इसमे लगी चार्जेबल बैट्री को दो साल में बदलना पड़ेगा। ग़ौरतलब है कि आर्मी सेना की मदद के लिए तैयार किए गए इस डिवाइस को बनाने में सिर्फ़ एक हज़ार रुपये की लागत आई है।
बहुत ही आसान है डिवाइस का इस्तेमाल
संजीत के मुताबिक छोटे से डिवाइस को पॉकेट में आसानी से रख सकते हैं। डिवाइस से एक तार बाहर निकाला गया है जिसे बदन के किसी भी हिससे पर टच कराकर रखना है। गर्म और ठंडा दोनों स्विच डिवाइस में मौजूद है, गर्मी लगने पर ठंड वाला स्विच ऑन करते ही माइनस जीरो डिग्री तापमान में भी आपको गर्मी का अहसास होगा। वहीं बहुत तेज़ गर्मी में ठंड वाला स्विच ऑन करने पर भी आपका बदन बिल्कुव ठंडा रहेगा। संजीत ने दावा करते हुए कहा कि पूरी दुनिया में अभी तक ऐसा डिवाइस नहीं बनाया गया है।
संजीत ने किया सुपर बैट्री का निर्माण
संजीत ने बताया कि डिवाइस में लगी चार्जेबल बैट्री साधारण बैट्री नहीं हैं, उसने खुद सुपर बैट्री का निर्माण किया है। इस बैट्री को चार्ज करने की ज़रूरत नहीं होगी। संजीत ने दावा किया है कि यह बैट्री अपने आप को वायुमंडल से सौर ऊर्जा को खींचकर खुद चार्ज हो जाएगी। संजीत ने डिवाइस तैयार करने के बाद मदद के लिए पीएम मोदी को खत लिखा था लेकिन कोई मदद नहीं मिली थी। वहीं बिहार साइंस एंड टेक्नालॉजी विभाग के पास भी उसका पत्र गया था। फिर संजीत से साइंस एंड टेक्नालॉजी विभाग ने अपने मॉडल दिखाने की मांग की तो उसने अप्रैल 2019 के पहले सप्ताह में विभाग के पास मॉडल का डेमो भेजा था। डेमो भेजने के बाद भी उसे कोई सही जवाब नहीं मिला।
संजीत ने की सेना तक डिवाइस पहुंचाने की मांग
पीएम ऑफिस और साइंस एंड टेक्नालॉजी विभाग (बिहार) के पास संजीत की पहली कोशिश नाकाम रही। वहीं संजीत ने फिर से चिट्ठी के ज़रिए पीएम मोदी से मांग की है कि उसके इस डिवाइस को सेना तक पहुंचाने में मदद की जाए। पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में संजीत ने डिवाइस सभी खूबियों को भी बताया है ताकि उसे जल्द से जल्द मदद मिल सके।
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