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घर में बने अखाड़े में बेगूसराय की 'दंगल गर्ल्स' ने ली ट्रेनिंग, स्वर्ण पदक जीत कर किया नाम रौशन लेकिन...

आमिर खान की दंगल मूवी की तरह की ही बिहार के बेगूसराय ज़िले की बेटियों ने राज्य और ज़िले का नाम रौशन किया है।

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पटना, 9 मार्च 2022। आमिर खान की दंगल मूवी की तरह की ही बिहार के बेगूसराय ज़िले की बेटियों ने राज्य और ज़िले का नाम रौशन किया है। शालिनी और निर्जला ने राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत कर बिहार की पहचान कुश्ती में भी बनाई है। इन दोनों का सपना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती में पूरे देश के लिए स्वर्ण पदक जीत कर लाये, लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से दोनों बहनें सपनों की उड़ान नहीं भर पा रही हैं।

स्वर्ण पदक जीत कर बिहार को दी अलग पहचान

स्वर्ण पदक जीत कर बिहार को दी अलग पहचान

हरियाणा के सोनीपत ज़िले में हुई राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती प्रतियोगिता में बेगूसराय (बिहार) की बेटी शालिनी ने स्वर्ण पदक जीतकर अपने राज्य का नाम रौशन किया । इसके साथ ही शालिनी की बहन निर्जला ने उत्तर प्रदेश के मेरठ ज़िले में हुई राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने में कामयाबी हासिल की। ग़ौरतलब है कि कोरोना काल में शालिनी और निर्जला को कुश्ती की तैयारी में काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था और दोनों बहनें अपनी प्रैक्टिस भी सही से नहीं कर पाई थी। इसके बावजूद उन्होंने स्वर्ण पदक जीत कर अपने राज्य को गौरवान्वित महसूस करवाया है।

'दंगल' फ़िल्म से मिली प्रेरणा

'दंगल' फ़िल्म से मिली प्रेरणा

आमिर खान की दंगल फ़िल्म देखने के बाद शालिनी और निर्जला के पिता मुकेश ने अपनी बेटियों की प्रैक्टिस के लिए घर में ही अखाड़ा बना दिया था। उन्होंने अपनी बेटियों के लिए हर मुमकिन सुविधा देने की ठानी लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से वह अपनी बेटियों की प्रॉपर ट्रेनिंग नहीं करवा पा रहे थे इसलिए घर में ही अखाड़ा बनाने की ठान ली और दोनों बेटियों को ट्रेनिंग दी। आज उनकी बेटियों ने स्वर्ण पदक जीत कर गांव, ज़िला समेत राज्य की अलग पहचान बनाई है। बेगूसराय और बिहार के लोगों शालिनी और निर्जला पर गर्व महसूस हो रहा है।मुकेश ने अपनी दोनों बेटियों को पहलवान बनाने के लिए न सिर्फ़ अपने घर में अखाड़ा बनाया बल्कि खुद ही अपनी बेटियों को कुश्ती के लिए ट्रेनिंग भी दी। शालिनी और निर्जला के कोच बनकर उनके पिता मुकेश ने कुश्ती के हर दांव-पेंच सिखाए। अपने पिता से ट्रेनिंग लेने के बाद आज दोनों बहनों कुश्ती में बड़ा मुकाम हासिल किया है।

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती खेलने की चाह

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती खेलने की चाह

बिहार के बेगूसराय ज़िले की रहने वाली दोनों बहने अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती खेलना चाहती हैं, लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से वह अपने क़दम आगे नहीं बढ़ा पा रहीं हैं। दोनों बहनें चाहती हैं कि वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर कुश्ती में अपने देश के नाम स्वर्ण पदक ले कर आएं। शालिनी और निर्जला के पिता का मुकेश का कहना है कि उनकी दोनों बेटियों (शालिनी और निर्जला) का दाखिला जेएसडब्ल्यू या किसी दूसरे प्रशिक्षण संस्थान में हो जाए ताकि वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर सकें। आपको बता दें कि क़रीब आधे दर्जन से ज्यादा राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती प्रतियोगिताओं में दोनों बहनें (शालिनी और निर्जला) भाग ले चुकी हैं। कई कुश्ती प्रतियोगिताओं में दोनों बहनों ने जीत दर्ज की है लेकिन अब वह आर्थिक तंगी की वजह से आगे नहीं बढ़ पा रही हैं। अगर सरकार की तरफ़ से शालिनी और निर्जला को मदद मिलती है तो वह निश्चित ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रौशन कर सकती हैं।

ये भी पढ़ें: बेगूसराय ज़िले पर बिहार सरकार मेहरबान, पेप्सिको प्लांट, मेट्रो अब हवाई सेवा बहाल करने की क़वायद तेज़

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English summary
Begusarai Dangal Girls took training in the home-built arena, won the gold medal
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