बिहार: राजगीर में जू सफारी के बाद अब तैयार होगा 4 लेन एलिवेटेड कॉरिडोर, बढ़ेंगे रोज़गार के अवसर
बिहार में इन दिनों पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तरह तरह की योजना तैयार की जा रही है।
पटना, 22 अप्रैल 2022। बिहार में इन दिनों पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तरह तरह की योजना तैयार की जा रही है। इसी कड़ी में राज्य सरकार नालंदा ज़िला के राजगीर को काफ़ी अहमियत दे रही है क्योंकि पर्यटन के लिहाज से राजगीर की अलग पहचान बन चुकी है। राजगीर शहर ऐतिहासिक धरोहरों की वजह से काफ़ी मशहूर है और अब पर्यटन के ऐतबार से आधुनिक तरह से विकसित किया जा रहा है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यह ग्लास ब्रिज और जू सफारी जैसी सुविधाएं मिल रही हैं। वहीं अब नीतीश सरकार ने अब राजगीर में 8.7 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड रोड बनाने का फैसला लिया है।
13 सौ करोड़ की लागत से बनेगा एलिवेटेड रोड
राजगीर में एलिवेटेड रोड के निर्माण में कुल 13 सौ करोड़ रुपये की लागत आएगी। ग़ौरतलब है कि इस रोप-वे के पास उतरने और चढ़ने के लिए एलिवेटेड कारीडोर रोड पर रैंप भी बनाया जाएगा। इस एलिवेटेड रोड के ज़रिए वनक्षेत्र से गुजरने वाले सैलानी हरे-भरे जंगलों का लुत्फ़ भी उठा सकेंगे। आपको बता दें कि राजगीर पर्यटन स्थल विकसित करना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वकांक्षी परियोजनाओं में से है। भारत सरकार की तरफ़ से राजगीर फोर लेन एलिवेटेड कारीडोर रोड को मंजूरी मिल गई है।
बाणगंगा पुल पर बनेगा एलिवेटेड रोड
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर के दक्षिणी दिशा में नवादा और नालन्दा जिला के सीमा रेखा से सटे बाणगंगा पुल पर एलिवेटेड रोड बनने का निर्देश दिया था। इसके साथ ही उत्तर दिशा में राजगीर-बिहार शरीफ मार्ग पास मौजूद अनुमंडल मुख्यालय के बीच फोर लेन एलिवेटेड कॉरीडोर के निर्माण का निर्देश दिया गया था। एलिवेटेड कॉरीडोर बनाने के लिए इस जगह का दो बार जायज़ा भी लिया जा चुका है। स्थल निरीक्षण के बाद एलिवेटेड रोड बनाने के लिए मैप भी तैयार कर लिया गया था। सीएम के निर्देश के मुताबिक में पथ निर्माण विभाग ने भारत सरकार को प्रस्ताव भेज दिया था। अब केंद्र सरकार की तरफ़ मंज़ूरी मिल गई है।
टूरिस्ट स्पॉट विकसित होने से बढ़ेंगे रोज़गार के अवसर
फोर लेन एलिवेटेड कॉरीडोर रोड बनने से पर्यटकों को जाम से निजात मिलेगा। पर्यटन के दिनों में सैलानियों का यहां जाम से जूझना पड़ता था लेकिन अब कॉरिडोर के निर्माण के यहां पर्टन को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही जाम की समस्यसा भी दूर होगी। पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 8.7 किलोंमीटर लंबे कॉरिडोर के निर्माण हो जाने के बाद कई टूरिस्ट स्पॉट विकसित किए जाने की योजना भी है। अभी फिलहाल फोर लेन चौड़ीकरण का काम जारी है। जब कॉरिडोर बनकर तैयार हो जाएगा तो क्षेत्र में रोज़गार के अवसर भी बढ़ेंगे औऱ कई टूरिस्ट स्पॉट भी विकसित होंगे।
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