पिपिली विधानसभा उपचुनाव: प्रचार के लिए मैदान में उतरेंगे नवीन पटनायक, अभी शेड्यूल तय नहीं
भुवनेश्वर, सितंबर 17। ओडिशा की पिपिली विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी और बीजेडी ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंकने का प्लान तैयार कर लिया है। एक तरफ तो बीजेपी ने इस उप चुनाव के लिए अपने केंद्रीय मंत्रियों को चुनाव प्रचार में उतारने का फैसला किया है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेडी ने भी अपनी रणनीति को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। गुरुवार को बीजेडी एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। इस मीटिंग तय हुआ कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी पार्टी उम्मीदवार के लिए सक्रिय रूप से प्रचार करेंगे। हालांकि यह अभी तय नहीं हुआ है कि वह कहां-कहां सभाओं को संबोधित करेंगे।
आपको बता दें कि बीजू जनता दल ने चुनाव आयोग (ईसीआई) द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के मद्देनजर बड़ी सभाओं को आयोजित करने के बजाय छोटी वार्ड-स्तरीय बैठकें आयोजित करने का निर्णय लिया था। ग्रामीण विकास मंत्री सुशांत सिंह के आवास पर हुई बैठक में पार्टी के स्टार प्रचारक, पर्यवेक्षक और प्रभारी शामिल हुए। पूर्व मंत्री और स्टार प्रचारकों में से एक अतनु सब्यसाची नायक ने मीडियाकर्मियों से कहा कि पार्टी बढ़े हुए अंतर के साथ सीट बरकरार रखना चाहती है।
उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता कोविड दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए 20 से 28 सितंबर तक उम्मीदवार के लिए प्रचार करेंगे। इस बीच, बीजद ने उपचुनाव के लिए 20 सदस्यीय स्टार प्रचारकों की सूची की घोषणा की है। आपको बता दें कि पिपिली विधानसभा सीट 4 अक्टूबर 2020 को उस समय के विधायक प्रदीप महारथी के निधन के बाद खाली हुई थी। प्रदीप महारथी ने 2000 से लेकर 2019 तक लगातार पांच बार इस सीट से जीत दर्ज की थी।
पिपिली उपचुनाव में बीजद ने जहां महारथी के बेटे रुद्र प्रताप को इस सीट से उतारा है, वहीं बीजेपी ने आश्रित पटनायक को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने बिश्वोकशन हरिचंदन महापात्र को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।