नीलामी योग्य खनिज ब्लॉकों की होगी मैपिंग, OMECL ने किया बड़ा समझौता
भुवनेश्वर: ओडिशा मिनरल एक्सप्लोरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (ओएमईसीएल) ने 4 अगस्त को एमएसए, दक्षिण अफ्रीका और आईडीईपीएक्स (भारत) के एक संघ के साथ खनिज जमा की खोज को अनुकूलित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। समझौते पर हस्ताक्षर कार्यक्रम की अध्यक्षता डी.के. सिंह (प्रमुख सचिव, इस्पात और खान-सह-अध्यक्ष) ओएमईसीएल ने की, जबकि इस दौरान निदेशक खनन देबिदत्त बिस्वाल, ओएमईसीएल के प्रबंध निदेशक बलवंत सिंह, और भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अधिकारी आदि मौजूद रहे।
अन्वेषण कार्य कार्यक्रम ओडिशा राज्य की विभिन्न अन्वेषण एजेंसी से विरासत डेटा के प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करेगा। इसके बाद एयरबोर्न और हेलीबोर्न सर्वेक्षणों के परिणामस्वरूप विभिन्न खनिज वस्तुओं के संभावित खनिज ब्लॉकों को बाहर लाया जाएगा। अन्वेषण कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार नवीनतम तकनीक का उपयोग करके आयोजित किया जाएगा।
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इस मौके पर डीके सिंह ने कहा कि ओडिशा एक खनिज समृद्ध राज्य है। हालांकि, राज्य का एक बड़ा हिस्सा अभी भी अनदेखा है। ये अन्वेषण कार्यक्रम नवीनतम तकनीक का उपयोग करके राज्यभर में छिपे हुए खनिज जमा की खोज को बढ़ावा देगा, जिससे राज्य को राज्य के विकास के लिए खनिज संसाधनों का उपयोग करने में मदद मिलेगी।