भोपाल गैस त्रासदी के दो पीड़ितों ने तोड़ा दम, कोरोना जांच रिपोर्ट मौत के बाद आई पॉजिटिव
भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार तेजी से फैल रहा है। अब तक पूरे प्रदेश में 1485 से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। 74 लोगों की जान जा चुकी है। इंदौर और भोपाल समेत कई जगहों पर कोरोना हॉटस्पॉट बन चुके हैं।
अब तक सात की मौत
भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ित भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। 17 अप्रेल को गैस हादसे में जीवित बचे व्यक्ति 70 वर्षीय और 60 वर्षीय दो पीड़ितों की मौत हो गई। दोनों की मौत के बाद उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब तक कोरोना वायरस के कारण भोपाल गैस कांड के सात पीड़ितों की मौत हो चुकी है।
‘भोपाल गैस कांड' के पीड़ित सचेत रहें
एनजीओ भोपाल ग्रुप फॉर इन्फॉर्मेशन एंड एक्शन की रचना ढींगरा ने पीटीआई को बताया कि भोपाल गैस त्रासदी के दो और पीड़ितों ने कोरोना वायरस की चपेट में आकर जान गंवा दी। 35 साल पहले दिसम्बर 1984 को सामने आए ‘भोपाल गैस कांड' के पीड़ितों के कोरोनो वायरस की चपेट में आने की अन्य लोगों की तुलना में पांच गुना अधिक आशंका है। उन्हें विशेष देखभाल की जरूरत है।
जानिए कब कब हुई मौत
ढींगरा ने बताया कि इससे पहले कोरोना वायरस संक्रमण से भोपाल में पांच अप्रैल को 55 वर्षीय व्यक्ति, आठ अप्रैल को 80 साल के व्यक्ति, 12 अप्रैल को 40 वर्षीय व्यक्ति, 11 अप्रैल को 52 वर्षीय व्यक्ति एवं 75 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई थी। गैस पीड़ितों के लिए पिछले तीन दशक से अधिक समय से काम कर रहे संगठनों का दावा है कि इस त्रासदी में अब तक 20,000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं और लगभग 5.74 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। भोपाल में अब तक 254 लोग कोविड-19 संक्रमित पाए गए हैं।