आदिवासी विधायक पांचीलाल मेड़ा के छलके आंसू, BJP के विधायक से बताया जान को खतरा
विधानसभा में कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा मीडिया से बातचीत के दौरान रोने लगे और फटे कुर्ते में अपना दर्द बयां करने लगे। उन्होंने भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा और शिवराज सरकार से अपनी जान को खतरा बताया।
भोपाल,15 सितंबर। मध्यप्रदेश विधानसभा में गुरुवार को सदन के अंदर जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा मीडिया से बातचीत के दौरान रोने लगे और फटे कुर्ते में अपना दर्द बयां करने लगे। उन्होंने भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा और शिवराज सरकार से अपनी जान को खतरा बताया। उन्होंने आरोप लगाया है कि सिरोंज से भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने धक्का-मुक्की करते हुए उनका गला तक दबा दिया। आदिवासी विधायक पांचीलाल मेड़ा को रोते देख पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने उनके आंसू पोछे। इस दौरान पांचीलाल मेड़ा ने कहा कि खून का एक-एक कतरा आदिवासी भाई-बहनों और अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए बहा दूंगा। शिवराज सरकार और पुलिस जितनी चाहे तानाशाही कर ले मैं नहीं रुकने वाला हूं। बता दे विधानसभा के मानसून सत्र का तीसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया और सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करना पड़ा।
Recommended Video
क्यों फूट-फूट कर रोए विधायक पांचीलाल मेड़ा
विधायक मेड़ा ने बताया कि कल जब मैं विधानसभा में अध्यक्ष के पास में जा रहा था। तब गेट पर पुलिस वालों ने मुझे मारा मुझ से अभद्र व्यवहार किया मैंने अध्यक्ष को बताया कि मेरे साथ ऐसी घटना हुई है तो भाजपा विधायक मकान जी ने मेरे साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। उन्होंने मेरा गला तक दबा दिया। मारने की कोशिश भी की। मैंने कहा मैं अपने क्षेत्र में पुनर्वास की बात क्यों नहीं उठा सकता। मेरे क्षेत्र में सरकार ने पुनर्वास की कोई व्यवस्था नहीं की है। किसान जंगलों में रहने को मजबूर हैं। यह 500 परिवार कहां जाएं। सीएम शिवराज आज तक वहां नहीं गए। मैंने आवाज उठाई तो साजिश के तहत मुझ पर हमला करवा दिया। मुझे मेरे क्षेत्र की समस्या विधानसभा अध्यक्ष और गृहमंत्री को बताने का अधिकार नहीं है क्या?0 मुझ पर जानलेवा हमला हुआ है मुझे सुरक्षा नहीं चाहिए जो सुरक्षा दी है बेबी ले ली जाए। मैं किसान भाइयों के लिए मरने को तैयार हूं।
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
विधानसभा के मानसून सत्र के होते ही विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार आदिवासियों के साथ भेदभाव कर रही है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा को जान का खतरा है उन्होंने सरकार से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है। आज जिस तरह से आदिवासी कांग्रेस विधायक मेड़ा रोए है, उसे पूरे प्रदेश की जनता ने देखा है।
सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित
बुधवार की तरह गुरुवार को भी सत्र की शुरुआत हंगामेदार रही। प्रश्नकाल की शुरुआत में ही नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने आदिवासी विधायक के साथ बदसलूकी का मुद्दा उठाया। पहले तो कांग्रेस विधायकों ने गेट के बाहर जमकर नारेबाजी की। इसके बाद सदन के अंदर भी लगातार इस मुद्दे पर विपक्ष सरकार पर हमलावर रहा। भाई सदन के अंदर संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा और नेता प्रतिपक्ष के बीच जमकर बहस हुई। नेता प्रतिपक्ष ने अदिवासी विधायक पर चर्चा करवाने की मांग की तो, बीजेपी विधायक इसका विरोध करने लगे। भारी हंगामे के चलते सदन की कार्रवाई को थोड़ी देर के लिए स्थगित करना पड़ा। इसके बाद सदन में हंगामे को बढ़ते देख मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अध्यक्ष से अनुरोध किया। इसके बाद कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।
गृह मंत्री डॉ मिश्रा ने कहा- विपक्ष एक्सपोज
संसदीय कार्यमंत्री और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जैसा कांग्रेस का गाना होगा, वैसा हमारा बजाना होगा। कांग्रेस सदन चलने नहीं देना चाहती, इसका कारण विपक्ष का एक्सपोज होना है। उनके पास कोई वक्ता भी नहीं है, इसलिए सिर्फ हंगामा कर सदन के संचालन में अवरोध उत्पन्न कर रहे हैं।