Chhindwara News : कमलनाथ के गढ़ में बोले सीएम शिवराज- जब मैं छिंदवाड़ा आता हूं तो कुछ लोगों को होती है तकलीफ
कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में सीएम शिवराज ने विकास कार्यों का भूमि पूजन करते हुए कमलनाथ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब मैं छिंदवाड़ा आता हूं तो कुछ लोगों को तकलीफ होती है।
कमलनाथ के गढ़ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज ₹1 हजार करोड़ के विकास कार्यों का भूमि पूजन किया। सीएम शिवराज ने शुक्रवार को छिंदवाड़ा के बिछुआ में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के अंतर्गत आयोजित स्वीकृति पत्र वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम शिवराज ने बिना नाम लिए कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि जब मैं छिंदवाड़ा आता हूं तो कुछ लोगों को तकलीफ होती है। हम घोषणा भी करते हैं और उसका पालन भी करते हैं। जिस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण हमने किया है, उसका शिलान्यास भी हमने किया था और भूमिपूजन भी। दरअसल कमलनाथ कई बार सीएम शिवराज को घोषणा वीर मुख्यमंत्री बता चुके हैं और कह चुके हैं कि शिवराज सिर्फ घोषणाएं करते हैं।
जिन लाड़ली बेटियों को मैंने गोद में खिलाया था, वह अब कॉलेज जा रहीं : CM शिवराज
छिंदवाड़ा के बिछुआ में मुख्यमंत्री शिवराज ने आज ₹467 लाख की लागत से बने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लोकार्पण सहित करोड़ों रुपयों की लागत के अनेक विकास कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि जब मैं छिंदवाड़ा आता हूँ तो कुछ लोगों को तकलीफ होती है। हम घोषणा भी करते हैं और उसका पालन भी करते हैं। जिस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण हमने किया है। उसका शिलान्यास भी हमने किया था और भूमिपूजन करने भी मैं आया हूं। बेटियों के बिना दुनिया नहीं चल सकती। इसलिए मध्यप्रदेश में हमने लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजना बनाई। जिन लाड़ली बेटियों को मैंने गोद में खिलाया था, वह अब कॉलेज जा रहीं हैं और उनकी फीस मामा भरवा रहा है।
जनता के कल्याण के लिए खजाने में कोई कमी नहीं : CM Shivraj
सीएम शिवराज ने कहा कि हमने तय किया कि सरकारी अधिकारी गांव-गांव जाकर आवेदन लेंगे। मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के तहत शिविर लगाकर 38 योजनाओं में 83 लाख नाम हमने जोड़े ताकि कोई गरीब वंचित न रहे। जनता के कल्याण के लिए खजाने में कोई कमी नहीं है। आज ही छिंदवाड़ा जिले के विकास के लिए ₹1 हजार करोड़ के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया है। जो गरीबों के हक पर डाका डाले, उन्हें सताए उनके लिए मेरे पास एक ही तरीका है, उन्हें नष्ट कर देना। ऐसे लोगों को मैं कभी माफ नहीं कर सकता। लोकतंत्र का लक्ष्य जनता की सेवा है, गरीबों का कल्याण है। जो जन कल्याण के बेहतर कार्य करेगा, उसका मैं सम्मान करुंगा, पुरस्कार दूंगा, लेकिन जो जनता के कामों में गड़बड़ करेगा, गरीबों के अधिकार छीनेगा, उस पर कार्रवाई करूंगा।
जनजातीय समुदाय को वनोपज के अधिकार
छिंदवाड़ा आदिवासी बहुल क्षेत्र है। ऐसे में कमलनाथ के गढ़ में पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आदिवासियों को रिझाने के लिए पेसा एक्ट के बारे में बड़ी-बड़ी बातें कहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेसा अधिकार नियम के तहत जनजातीय समुदाय को कई अधिकार प्राप्त हो रहे हैं। जनजातीय क्षेत्र की जमीन में गड़बड़ी नहीं हो सकती है। हर साल ग्रामसभा के सामने जमीनों की जानकारी रखी जाएगी, गड़बड़ी होने पर वहीं उसका सुधार किया जाएगा। अगर पेसा ग्रामसभा के अंदर रेत या पत्थर की खदान जैसे गौण खनिज हैं तो अब उनको सरकार नीलाम नहीं करेगी। अगर ग्रामसभा चाहेगी तो ही उनका सर्वे और नीलामी होगी। पेसा नियम के तहत जनजातीय समुदाय को वनोपज के अधिकार दिए गए हैं।
तेंदूपत्ता का पैसा भोपाल क्यों जाए
सीएम शिवराज ने आदिवासियों से कहा कि वनों की उपज और औषधियों को कोई आपसे लेकर अधिक कीमत पर बेचकर मालामाल हो, ये नहीं चलेगा। इनकी बिक्री कर आप स्वयं अपनी आमदनी बढ़ाएं। गांव में तेंदूपत्ता गांव का ही गरीब तोड़ेगा और इसका पैसा गांव में ही रहेगा। तेंदूपत्ता का पैसा भोपाल क्यों जाए। उन्होंने कहा कि गांव की उपज का पैसा गांव में ही रहने से हमारे ग्रामीण भाई-बहन समृद्ध होंगे। अब बिना ग्रामसभा को जानकारी दिए कोई भी एजेंसी किसी को भी श्रमिक के रूप में गांव से बाहर नहीं ले जा सकेगी। गांव का कोई भी व्यक्ति श्रमिक के रूप में बाहर जाता है, तो इसकी जानकारी ग्रामसभा को देना अनिवार्य होगा।
शराब की दुकान खुले या नहीं, ये अधिकार ग्रामसभा का : CM
सीएम शिवराज ने छिंदवाड़ा के लोगों से कहा कि गांव में शराब की दुकान खुले या नहीं, यह तय करने का अधिकार ग्रामसभा को होगा। किसी त्योहार या विशेष आयोजन पर शराब की दुकान बंद रहे, इसका निर्णय भी ग्रामसभा ले सकेगी। ड्राई-डे के लिए कलेक्टर को आवेदन देना होगा। गांव की आंगनवाड़ी व स्कूल अच्छे से चलें। बच्चों को मध्यान्ह भोजन ठीक मिले, लोगों का इलाज ठीक हो, ये देखना भी आपका काम है। ग्राम सभा को यह अधिकार होगा कि वह स्कूल-आंगनवाड़ी चेक करें। आओ सब मिलकर सरकार चलाएं।
अब ग्रामसभा ही तेंदूपत्ता तोड़ेगी
सीएम शिवराज ने ग्रामीण जनता से कहा कि छोटे झगड़ों को निपटाने के लिए ग्रामसभा शांति व विवाद निवारण समिति बनाएगी और कोशिश हो कि गांव के विवाद गांव में ही सुलझ जाएं। अगर पेसा ग्रामसभा चाहोगे तो तेंदूपत्ता वन विभाग या वनोपज संघ नहीं तोड़ेंगे। अब ग्रामसभा ही तेंदूपत्ता तोड़ेगी, सुखाएगी, और खुद ही बेचने का काम करेगी। मछुआरों का मछली पकड़ने का परंपरागत अधिकार सुरक्षित रखते हुए तालाबों के जल प्रबंधन का अधिकार भी अब पेसा ग्रामसभा को होगा।
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