MP: घर बनाना हुआ आसान, सीमेंट और सरिया के दाम में गिरावट, जानें कितना हुआ सस्ता?
रीवा, 8 जुलाई। सीमेंट-सरिया व गिट्टी के गिरावट से मकान बनाना थोड़ा आसान हुआ है। जनवरी में सरिया के रेट में उछाल शुरू हुआ तो दो गुना तक पहुंच गया था। गर्मी सीजन में बेतहासा महंगाई को देखते हुए लोगों ने घरों का निर्माण कार्य रोक दिया था। लेकिन आखरी मार्च और अप्रैल माह से सरिया के दाम में गिरावट शुरू हो गई थी, जो मई तक काफी कम हो गई, लेकिन इसके बाद एक बारिश का मौसम शुरू होते ही एक बार फिर सरिया के दाम बढ़ने लगे हैं। आगामी समय में सरिया के दाम बढ़ेंगे या फिर गिरावट आएगी इस मामले में व्यापारी कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं हैं।
बहुत मुश्किल हो रहा था घर बनाना
सीमेंट व सरिया के रेट गिरने से सबसे बड़ी राहत पीएम योजना के हितग्राहियों को मिलेगी। क्योंकि सरकार द्वारा उन्हें निर्धारित राशि ही आवास योजना के लिए भुगतान की जाती है, सीमेंट सरिया के दाम दो गुना होने से पीएम आवास योजना के निर्माण कार्य थम गए थे, क्योंकि बढ़े हुए रेट में यदि सरिया व सीमेंट की खरीदी हितग्राही करते तो निर्धारित राशि में घर बनाना लगभग नामुमकिन था।
2 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक गिरावट
सरिये के दाम आठ हजार 200 रुपए क्विंटल तक हो जाने से लोगों को सरिया-सीमेंट खरीदना मुश्किल हो रहा था। कई लोगों ने तो अपने घरों का निर्माण कार्य रोक दिया था। सरिए पर सीधा दो हजार रुपए का फर्क आया, हालांकि 1 बार फिर सरिया के दाम में उछाल आना शुरू हो गया है।
महीने वार सरिया के दाम में आई गिरावट
माह दर प्रति क्विंटल
जनवरी-
8200
फरवरी-
8200
मार्च-
8300
अप्रैल-
7800
मई-
7100
मई-
6300
जून-
6500
25 से 60 रुपए कम हो गई सीमेंट
सीमेंट के दामों में भी खासकर गिरावट नजर आ रही है, पिछले कुछ दिनों में ही सीमेंट के दामों में 25 से 60 रुपए प्रति 1 बोरी के मान से गिरावट आई है। पहले जो सीमेंट 400 रुपए प्रति बोरी पहुंच गई थी, वहीं सीमेंट अब 340 से 360 रुपए प्रति बोरी मिलने लगी है, ऐसे में सीमेंट और सरिये के दामों में आई गिरावट का फायदा मिलने से लोगों को काफी राहत मिली है।
उज्जवल तिवारी - हार्डवेयर संचालक
वनइंडिया हिंदी से बात करते हुए हार्डवेयर संचालक ने बताया कि सरिया के रेट में काफी गिरावट आ गई थी, लेकिन एक बार फिर रेट बढ़ने लगे हैं। सीमेंट के दाम भी कम हुए हैं। सरिया के दाम आने वाले समय में कम होंगे या अधिक कुछ कहा नहीं जा सकता।