धर्मांतरण करवाने वाले ईसाई धर्मगुरु का भंडाफोड़, 3 आरोपी गिरफ्तार, आदिवासी महिलाएं थी निशाने पर
भोपाल के रातीबड़ में नौकरी और पैसों का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है। जहां पुलिस ने ईसाई धर्म गुरु सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया।
राजधानी भोपाल में एक बार फिर रुपए और नौकरी का लालच देकर मतांतरण करवाने का मामला सामने आया है। रातीबड़ थाना क्षेत्र में पुलिस ने सोमवार रात की केकड़ियां गांव में मतांतरण करवा रहे इसाई धर्मगुरु हीरालाल जामोद समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपित करीब 5 साल से गांव में गृह क्लेश, प्रेत बाधा रोगियों के इलाज रुपए और नौकरी का लालच देकर मतांतरण रहे थे। पुलिस अब इस मामले में यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ऐसा करने के लिए इनके पास फंडिंग कहां से आ रही थी और वह कब तक कितने लोगों का धर्मांतरण करवा चुके हैं। आरोपित गांव में प्रेत बाधा, लव जिहाद और मतांतरण कराने वालों का प्रवेश वर्जित का बोर्ड लगा कर यह कार्य कर रहे थे।
रातीबड़ थाना पुलिस के मुताबिक रविवार रात को सेना में पदस्थ एक व्यक्ति द्वारा जानकारी दी गई थी कि हीरालाल जामुन के घर पर झाड़-फूंक कर लोगों का इलाज किया जा रहा है उक्त व्यक्ति की बहन भी जमोद के घर पर गई थी गई हुई थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मौजूद लोगों से जानकारी ली तो पता चला कि वे रोजाना बीमारी के इलाज के लिए आते हैं तो उनसे मतांतरण करने की बात कर रुपए देने से लेकर अन्य स्लोगन भी दिए जाते हैं।
सरपंच डालचंद बंजारा ने भी इसकी पुष्टि की है। सरपंच ने शिकायत की थी। जिसके बाद हीरालाल जामोद गब्बर सिंह और राम सिंह पर मध्य प्रदेश की धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 506 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है आरोपित हीरालाल के पास से धार्मिक ग्रंथ बरामद किए गए हीरालाल द्वारा इस प्रकार के मतांतरण कराने की शिकायत गांव वालों ने 5 साल पहले भी की थी, लेकिन उस समय उन पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। उस समय मामले को शांत कर दिया गया था।
आदिवासी महिलाएं थी निशाने पर
इस मामले में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि जामोद के निशाने पर आदिवासी महिलाएं रहती थी इनमें 3 महिलाएं शामिल थी। जो प्रेत बाधा, ग्रह कलेश और बीमारी के नाम पर उनके पास पहुंचा करती थी।