आदिवासी संगठन JAYS के हीरालाल अलावा का बड़ा बयान, कहा- 84 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव
एमपी में जयस आगामी विधानसभा चुनाव 2023 में 80 से ज्यादा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार सकता है। जय युवा शक्ति संगठन की गुरुवार को कुक्षी में हुई महापंचायत में मनावर विधायक और जयस के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ हीरालाल अलावा ने शक
JAYS : मध्यप्रदेश में आदिवासी संगठन जयस आगामी विधानसभा चुनाव में 80 से ज्यादा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार सकता है। जय युवा शक्ति संगठन की गुरुवार को कुक्षी में हुई महापंचायत में मनावर विधायक और जयस के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ हीरालाल अलावा ने शक्ति प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि युवा मिशन नेतृत्व 2023 का आगाज कर दिया गया है। 2023 और 24 में आदिवासी युवा नेतृत्व को आगे लाने का कार्य किया जाएगा। समाज एकजुट रहे और विकास के लिए सभी तत्पर रहें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आरक्षित 47 सीटों पर तो चुनाव लड़ेंगे ही साथ ही 37 विधानसभा सीटों पर यह हमारे समुदाय के 50 हजार से 1 लाख मतदाता हैं वहां पर भी पार्टी चुनाव लड़ेगी।
जयस में जारी है आपसी मतभेद
विधानसभा चुनाव 2023 में जयस लिए ये राह इतनी आसान नहीं है। दरअसल जिस संगठन के अंदर दो गुट बने हुए है। कुछ में जहां हीरालाल अलावा बैठक ले रहे थे। वही जयस के एक बड़े धड़े ने मनावर में बैठक की। ऐसे में संगठन में मतभेद की स्थिति मानी जा रही है। जयस के प्रमुख नेता डॉ आनंद राय भी अपने आप को जयस का सबसे बड़ा नेता बताते हैं। आनंद राय व्यापम घोटाले में विसलब्लोअर भी रहे हैं। पिछले कई महीनों से डॉ आनंद राय और हीरालाल अलावा में मतभेद बने हुए।डॉ आनंद राय ने मनावर में जयस के कार्यकर्ताओं की बैठक ली।
2023 में भी आपकी सरकार की रवानगी तय
विधायक हीरालाल अलावा ने कहा कि आदिवासी एक दूसरे की टांग खींचना बंद करें। हमारी लड़ाई व्यवस्था परिवर्तन के खिलाफ है। अगर हम आपस में उलझे रहे तो हमारा कभी विकास नहीं होगा। उन्होंने कहा कि 2018 के विधानसभा में चुनाव में भी मैंने घोषणा की थी। और इस बार भी घोषणा कर रहा हूं। एससी एसटी वर्ग के हितों के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ करने की कोशिश की तो, पिछली बार की तरह 2023 में भी आपकी सरकार की रवानगी तय है। मैं इस बात की गारंटी देता हूं। उन्होंने बीजेपी पर जयस संगठन को तोड़ने का भी आरोप लगाया।
उतनी भीड़ नहीं दिखी जितना किया था दावा
बता दे आदिवासी समुदाय के उत्त्थान के लिए जयस महापंचायत का आयोजन कुक्षी की कृषि उपज मंडी प्रांगण में आयोजित किया था। आयोजन के पहले प्रेस वार्ता में डॉ अलावा ने बताया था कि महापंचायत में कुक्षी विधानसभा सहित आसपास की विधानसभाओं से करीब 20 से 25 हजार कार्यकर्ताओं शामिल होंगे, लेकिन गुरूवार को आयोजित हुई इस सभा में दावे के ठीक कई गुना विपरीत भीड़ नजर आई। लगभग 2 हजारे के आसपास ही लोग एकत्रित हो सके।
क्या कुक्षी विधानसभा ओर भाग रहे है अलावा ?
रैलियों में पहली जैसी भीड़ तो नहीं है अब बड़ा सवाल खड़ा होता है कि कांग्रेस विधायक डॉ हीरालाल अलावा अपनी साख अगली विधानसभा चुनाव में बचा पाएंगे या नहीं? विधानसभा मनावर को छोड़कर कुक्षी विधानसभा में यह सभा करने पर भी मनावर के लोगों में यह चर्चा है कि डॉ अलावा अपनी विधानसभा में पकड़ कमजोर कम चुके है, इसलिए यह कुक्षी की ओर भाग रहे है। हो सकता है कि डॉ अलावा अपने राजनीति वर्चस्व की लड़ाई भाजपा और कांग्रेस दोनो में खोज रहे है।
जयस को बताया घातक संगठन
वहीं गुरुवार को मीडिया से चर्चा के दौरान भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने आदिवासी संगठन जिसको लेकर बड़ा बयान दिया है। सांसद प्रज्ञा ने कहा कि जयस आदिवासी और वनवासियों के लिए हितकारी नहीं है। अगर उसके अंदर देखा जाए तो जयस "घातक" संगठन है।
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