क्रिप्टो ट्रेडर के रूप में गंवा दी बड़ी रकम तो खोल ली दुकान, अब 'क्रिप्टो' एक्सेप्ट करने की वजह से हुए चर्चित
नई दिल्ली, 29 सितंबर। आपने अभी तक किसी दुकानों पर ऑनलाइन पेमेंट के रूप में गुगल-पे, फोन-पे और पेटीएम या फिर अन्य ऐप का इस्तेमाल किया होगा। भारत में दुकानदारों की तरफ से गुगल-पे, फोन-पे और पेटीएम पर ही पेमेंट एक्सेप्ट किया जाता है। लेकिन बेंगलुरु में 'फ्रस्ट्रेटेड ड्रॉपआउट' नामक एक चाय की दुकान वाला ऐसा है, जो क्रिप्टोकरेंसी भी स्वीकार करता है। क्रिप्टोकरेंसी स्वीकार करने की वजह से इंटरनेट पर दुकानदार की तारीफ हो रही है। वहीं, सोशल मीडिया पर खबर वायरल होने के बाद दुकान भी पूरे बेंगलुरु में प्रसिद्ध हो गई है।
ये भी पढ़ें- यहां खरीदार भी महिला है और दुकानदार भी महिला, देखिए चंबल का अनोखा मेला
अक्षय सैनी नामक यूजर ने शेयर किया फोटो
दुकानदार की फोटो अक्षय सैनी नाम के एक ट्विटर यूजर ने बुधवार को शेयर किया। यूजर ने कैप्शन में लिखा कि 'बस बेंगलुरू की बातें। #crypto #NammaBengaluru(Sic)", तस्वीर पूरे इंटरनेट पर है। हालांकि, लोगों के मन में पहले से ही 'निराश होकर स्कूल छोड़ने' को लेकर कई सवाल हैं। 'फ्रस्ट्रेटेड ड्रॉपआउट' दुकानदार के दुकान पर एक छोटा सा पैड रखा हुआ है, जिस पर लिखा गया है, यहां पर क्रिप्टो एक्सेप्ट किया जाता है। वहीं, लोग क्रिप्टो एक्सेप्ट करने को लेकर दुकानदार से कई सवाल भी कर रहे हैं।
यूजर ने पूछा, हाऊ डज ही एक्सेप्ट क्रिप्टो?
एक यूजर ने पूछा कि वह क्रिप्टो को कैसे स्वीकार करता है?क्या सभी सिक्के स्वीकार किए जाते हैं? और दुकानदार एक्सचेंज रेट कैसे तय करता है? मेरे पास ऐसे ही बहुत सारे प्रश्न हैं। वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा कि यदि आप इस आदमी को जानते हैं, तो उसे एक और आइडिया दें..एनएफटी चाय।- आप जो चाय पीते हैं, उसके मालिक हैं।
30,000 रुपए की शुरुआती पूंजी से शुरू की थी दुकान
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार क्रिप्टो स्वीकार करने वाले चाय विक्रेता का नाम शुभम सैनी है। शुभम ने बेंगलुरु के मराठाहल्ली में 30,000 रुपए की शुरुआती पूंजी से चाय की दुकान शुरू की थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उन्होंने इस चाय की दुकान को 2021 में तब शुरू किया था, जब उन्होंने एक क्रिप्टो ट्रेडर के रूप में एक बड़ी राशि खो दी थी। क्योंकि कोरोना की वजह से 2021 में मार्केट में बड़ी गिरावट आई थी। सैनी की तरफ से एक तख्ती पर क्रिप्टो भुगतान के लिए अमेरिकी डॉलर की तुलना भारतीय रुपए से करने के बाद कीमतों को अपडेट किया जाता है।
क्या है क्रिप्टो करेंसी?
क्रिप्टो करेंसी नेटवर्क पर आधारित एक डिजिटल मुद्रा है। इसका डिस्ट्रीब्यूशन ऑनलाइन नेटवर्क के माध्यम से किया जाता है। कम्प्यूटर नेटवर्क और ब्लॉकचेन पर आधारित यह विकेंद्रीकृत संरचना क्रिप्टो करेंसी को सरकारों और किसी भी वित्तीय नियंत्रण से बाहर रखती है। बिटकॉइन और एथेरियम को अब तक की सबसे मंहगी क्रिप्टो करेंसी माना जाता है।
Just Bangalore things 😌#crypto #NammaBengaluru pic.twitter.com/L8q0JIO7py
— Akshay Saini (@akshaymarch7) September 28, 2022