भारत नेपाल सीमा पर 1 करोड़ की चरस बरामद, दो नेपाली तस्कर अरेस्ट
Uttar pradesh news, बलरामपुर। यूपी में बलरामपुर जिला पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से सटा हुआ है। भारत नेपाल सीमा खुली सीमा होने के कारण तस्करों के लिए यह रास्ता मुफीद साबित होता है। तस्कर इस रास्ते का बदस्तूर कई दशकों से मादक पदार्थों और हथियारों की तस्करी के लिए इस्तेमाल करते चले आ रहे हैं। नेपाल सीमा के निकट 9वीं वाहिनी की तैनाती के बाद तस्करी पर खासा अंकुश लगाया जा चुका है। लेकिन आज भी तस्कर मादक पदार्थों को लेकर देश की सीमा लांघने से गुरेज नहीं करते हैं।
नवीं वाहिनीं सशस्त्र सीमा बल बलरामपुर सीमा चौकी कोयलाबास के जवानों ने नेपाल से भारत मे तस्करी कर लाये जा रहे 06 किलो नेपाली चरस के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। 9वीं वाहिनीं सशस्त्र सीमा बल बलरामपुर के कार्यवाहक कमांडेण्ट आशीष नैथानी ने बताया कि 24 दिसंबर को सांय 5 बजे सीमा स्तम्भ संख्या 599/5(38) के समीप सीमा कोयलाबास के जवानों को दो संदिग्ध व्यक्ति नेपाल की तरफ से आते दिखाई दिए। जवानों की हरकत पर दोनों ने भागने का प्रयास लेकिन जवानों की फुर्ती के आगे वो भाग न सके और जवानों ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
पूछताछ व जामा तलाशी के दौरान उनके पास से 06 किलो नेपाली चरस बरामद हुई। पड़के गए तस्करो ने अपना नाम धुंदाराज घर्ती मगर पुत्र भगत बहादुर घर्ती (29) निवासी उदयपुर कोट, जनपद प्युथान (नेपाल) व दूसरे ने अपना नाम नवीन पुत्र राज कुमार (27) निवासी गाॅव नया बाजार, धोराही, जनपद दांग (नेपाल) बताया है।
नवीं वाहिनी कार्यवाहक सेनानायक आशीष नैथानी ने बताया कि गिरफ्तार दोनों तस्करों को बरामद 6 किलो चरस के साथ कोतवाली जरवा पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया है। बरामद चरस की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब एक करोड़ 8 लाख है। हमारे जवान सीमा पर मुस्तैद है। आने वाले दिनों में हम और भी चुस्ती फुर्ती से अपनी ड्यूटी करेंगे क्योंकि तस्कर जाड़े के दिनों में कोहरे का लाभ लेकर अक्सर सीमा पार कर तस्करी का प्रयास करते रहते हैं।
पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया के एसएसबी जवानों द्वारा 6 किलो चरस के साथ दो तस्करों को पकड़ा गया था जिसको जरवा पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया है। अब दोनों को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा जा रहा है।
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