अमेठी-बाराबंकी सहित यहां लोगों ने किया मतदान बहिष्कार, कहीं अंडरपास तो कहीं विकास है मुद्दा
अमेठी। 2019 के लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में आज 7 राज्यों की 51 लोकसभा सीटों पर मतदान जारी है। पांचवें चरण में जिन लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे, उनमें यूपी की सबसे ज्यादा 14 लोकसभा सीटें शामिल हैं। इस बीच अमेठी, बाराबंकी और फैजाबाद से मतदान बहिष्कार की खबरें सामने आई हैं। अमेठी में रेभा गांव में रेलवे अंडरपास के निर्माण न होने से नाराज ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार किया है। वहीं, बाराबंकी के एक बूथ पर मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। इसके अलावा फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र के बीकापुर विधानसभा में आने वाला नैपूरा गांव के ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार कर दिया है।
अमेठी में क्यों हुआ मतदान बहिष्कार
अमेठी के रेभा गांव के पास बनी रेलवे लाइन पर अंडरपास या गेट नहीं बनने की वजह से रेभा, बनकटवा, चचकापुर, रायदैपुर, मंधरपटटी, विशेषरगंज के लोगों को सालों से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आए दिन इस क्रासिंग पर एक्सीडेंट में कई लोगों की जान जाती है। रेलवे द्वारा 2014 के लोकसभा चुनाव के ठीक पहले एक बोर्ड यहां लगाया गया था, जिसमें इस रेलवे फाटक को बनाने के सारे हिसाब-किताब बताए गए थे, लेकिन धरातल पर कार्य को उतरने के लिए कुछ भी नहीं हुआ। करीब 6 साल बीत गए, लेकिन कोई भी सुध लेने नहीं आया। ऐसे में ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार का पहले ही ऐलान कर दिया था। लोगों ने अंडरपास की मांग के लिए इस क्रॉसिंग के जरिए नेताओं को अपने गांव तक पहुंचने की मांग की थी।
'काम नहीं तो वोट नहीं'
बाराबंकी के मंझलेपुर गांव में ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि इस गांव को विकास से दूर रखा गया है, यहां की नालियों की सफाई न होने से नालियां बजबजा रही हैं। सफाई के नाम पर कोई काम नहीं हुआ है। शौचालय और प्रधानमंत्री आवास भी इस गांव में किसी को नहीं मिला है। सड़कें भी उबड़-खाबड़ हैं। इन्हीं सब बातों को लेकर यहां के ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया है। ग्रामीणों ने कहा कि सिर्फ अपना अधिकार मांग रहे हैं, न कि भीख मांग रहे हैं। ग्रामीणों ने 'काम नहीं तो वोट नहीं के नारे भी लगाए।'
ग्रामीणों के सब्र का बांध टूटा
फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र के बीकापुर विधानसभा में आने वाला नैपूरा गांव के ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार कर दिया है। रेलवे क्रॉसिंग की मांग को लेकर 35 वर्षों से संघर्ष कर रहे ग्रामीणों के संघर्ष का बांध अब टूट चुका है। पूरा गांव वोट बहिष्कार कर दिया है।ग्रामीणों का कहना है कि रेलवे क्रॉसिंग नहीं होने की वजह से 7 किलोमीटर घूमकर प्रयागराज हाईवे तक पहुंचना पड़ता है। इसकी मांग को लेकर मौजूदा सांसद लल्लू सिंह व कांग्रेस के पूर्व सांसद निर्मल खत्री से लेकर तमाम नेताओं तक गुहार लगा चुके हैं, लेकिन किसी ने भी सुध नहीं ली। ग्रामीण अब वोट बहिष्कार करने के लिए मजबूर हो गए हैं।