योगी सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और PRD जवानों को दी सौगात, बढ़ाया मानदेय
Prayagraj news, प्रयागराज। योगी सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और पीआरडी जवानों के लिए सरकारी खजाना खोला है। योगी सरकार ने उनके मानदेय में वृद्धि करते हुए नए साल का बड़ा तोहफा दिया है। सरकार का ये फैसला आगामी चुनाव को देखते हुए बड़ा दांव मना जा रहा है।
लंबे समय से चल रहा था आंदोलन
दरअसल, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व पीआरडी के जवान लगातार अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देकर मानदेय बढ़ाए जाने की मांग कर रहे थे। लंबे समय से इनका आंदोलन चल रहा है। ऐसे में चुनावी गतिविधियों को देखते हुए योगी सरकार ने इनकी मांगों को पूरी करते हुए मानदेय में वृद्धि की है। अगर चुनावी दृष्टि से इस सौगात पर नजर डाली जाए तो लगभग 4.30 लाख से ज्यादा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश में कार्यरत हैं। वेतन वृद्धि के माध्यम से योगी सरकार ने इनके परिवारों को सीधे प्रभावित किया है, जबकि पीआरडी जवानों के परिवारों को भी लाभ पहुंचाकर योगी सरकार ने दूर की गोट खेली है। लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने से पहले या निर्णय बेहद अहम माना जा रहा है।
वेतन में की गई बढ़ोत्तरी
फिलहाल, योगी सरकार की सौगात में पीआरडी यानी प्रांतीय रक्षक दल के जवानों को अब 250 रुपए की जगह 375 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय मिलेगा। यानी पीआरडी के जवानों के मानदेय में 125 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से बढ़ोतरी की गई है। वहीं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायकों के वेतन में भी सीधे तौर पर बढ़ोतरी की गई है और मुख्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ती के वेतन में सीधे 1500 रुपए प्रतिमाह की वृद्धि की गई है, जबकि इसी क्रम में मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के वेतन में 1250 और सहायिकाओं के वेतन में 750 रुपए की बढ़ोतरी की है। इससे अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का वेतन साढ़े चार हजार से बढ़कर 6000 रुपए हो गया। वहीं, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का वेतन 4750 व सहायिकाओं का वेतन 3000 हजार प्रति महीने हो गया।
रूठे कर्मचारियों पर नजर
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आगामी कुछ दिनों में या यूं कहें कि फरवरी महीने के अंत तक कुछ और बड़े फैसले ले सकती है। सरकार पिछले कुछ समय से नाराज चल रहे राज्य कर्मचारियों को इसी तरह की सौगात देती नजर आएगी। बीते दिनों पेंशन के मुद्दे पर हुई हड़ताल के बाद भी योगी सरकार के कड़े रुख ने कर्मचारियों की नाराजगी बढ़ाई है। ऐसे में उन्हें भी अपने साथ जोड़े रखने के लिए योगी सरकार अहम कदम उठा सकती है। फिलहाल, पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाली भाजपा को फिर से वैसे ही उपलब्धि दोहराने का दबाव योगी सरकार पर है। जिस पर खरा उतरने के लिए योगी सरकार अपनी रणनीति लगातार मजबूत कर रही है।
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