नैनी सेंट्रल जेल में शराब-मुर्गा पार्टी में दो बंदी रक्षक सस्पेंड, होली पर हुई थी पार्टी
Prayagraj news, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित केंद्रीय कारागार नैनी में शूटरों की शराब और मुर्गा पार्टी का सच सामने आ गया है। जेल के अंदर और बैरक में ही यह पार्टी हुई थी। हालांकि यह पार्टी अभी नहीं हुई थी, बल्कि होली के दिन हुई थी। जांच में सच सामने आने के बाद तत्काल प्रभाव से मुख्य बंदी रक्षक मूलचंद दोहरे और बंदी रक्षक कृष्ण कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही इस मामले में तत्कालीन जेलर राजीव कुमार, डिप्टी जेलर शिवशरण, आशुतोष व एक अन्य की भूमिका भी आपत्तिजनक पाई गई है और जांच आगे बढ़ने के साथ इन लोगों की भी मुश्किल बढ़ना तय माना जा रहा है।
जेल अधीक्षक बढ़ी परेशानी
फिलहाल, मीडिया में सुर्खियां बटोर रही वायरल तस्वीर से जो हालात उपजे हैं, उसे संभालने के लिये फौरी तौर पर कार्रवाई का क्रम शुरू किया गया है। इस मामले में मौजूदा जेल अधीक्षक एचबी सिंह की भी परेशानी बढ़ गई है, मामले की जांच में जुटी डीआइजी बीआर वर्मा की टीम ने उन्हें भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है। फिलहाल, डीआईजी की जांच रिपोर्ट एडीजी जेल चंद्र प्रकाश को सौंपी दी गई है, जिसके आधार पर प्रथम दृष्टया बंदी रक्षकों को दोषी पाए जाने पर उनके विरूद्ध कार्रवाई की गई है और अब इस मामले में उच्चाधिकारी भी निशाने पर हैं।
बंदी रक्षकों ने शराब दारू का किया इंतजाम
डीआईजी बीआर वर्मा की जांच पड़ताल में पता चला है कि होली का पर्व जब नजदीक आया था, तब जेल के अंदर बैरक में पेटिंग का कार्य कराया गया था। 21 मार्च 2019 को होली के दिन सर्किल एक की बैरक तीन में एक शराब मुर्गा पार्टी हुई थी, जो वायरल तस्वीर में भी स्पष्ट नजर आ रहा है। हालांकि, दो महीने से अधिक का वक्त बीत जाने के कारण पेटिंग की गई दीवारों का रंग मौजूदा समय में हल्का हो गया है, जिसके कारण शुरूआत में जेल प्रशासन यही सफाई देता रहा कि जो रंग वायरल फोटो में दिख रहा है, वह जेल में है ही नहीं। इसी बैरक में पार्टी किसी के द्वारा आयोजित की गयी थी और इसके लिए बंदी रक्षकों ने ही शराब व मुर्गा का इंतजाम किया था। जांच में बंदी रक्षकों का सच सामने आने के बाद दोनों बंदी रक्षकों के विरुद्ध विभागीय जांच भी बैठा दी गई है। जबकि उच्चाधिकारियों पर भी भौहें टेढ़ी की गई हैं।
दूसरे जेल जाएंगे ऐशबाज
सेंट्रल जेल के अंदर भी अपना सिक्का चले रहे अपराधियों पर भी जांच टीम ने कार्रवाई के लिए संस्तुति की है, जिसके आधार पर अब वायरल तस्वीर में नजर आ रहे चार बंदियों को नैनी जेल से किसी दूसरी जेल में स्थानान्तरित किया जाएगा। हालांकि, यहां बड़ा सवाल यह है कि यह फोटो तो मात्र बानगी है। इसी तरह के ऐशबाजी हर दिन सेंट्रल जेल के अंदर होती है और यहां का पूरा सिस्टम इसी में सिमट कर रह गया है। जेल के अंदर मोबाइल से लेकर हर वह सुविधा अपराधिकयों को मिल जाती है, जिसकी वह पैसे देकर डिमांड करते हैं। बड़े अपराधियों के सामने जेल प्रशासन भी घुटने टेके रहता है और उन्हें किसी न किसी लालच या दबाव में सारी सुविधाएं उपलब्ध कराता है।
क्या है मामला
दो दिन पहले सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई थी। तस्वीर में 6 क्रिमिनलस्स जमीन पर शराब और मुर्गा की पार्टी करते दिख रहे हैं, जिनमें तीन की पहचान हुई तो हड़कंप मच गया। पता चला कि यह तस्वीर नैनी सेंट्रल जेल के अंदर की हैं और तस्वीरों में दिख रहे सख्स कुख्यात हो चुके अपराधी हैं। इस पार्टी में शामिल लोगों में रामकुमार यादव, उदय सिंह यादव, संजय यादव व रानू शामिल हैं। वायरल फोटो मीडिया की सुर्खियां बनी तो एडीजी कारागार चंद्र प्रकाश ने इस प्रकरण की जांच डीआईजी जेल वीआर वर्मा को सौंपी थी। जांच शुरू हुई तो वायरल फोटो का सच सामने आ गया है और अब इसमें कार्रवाई का क्रम शुरू किया गया है। हालांकि, जांच में अभी यह नहीं पता चल सका है कि फोटो किसने खींची थी और पार्टी किसकी ओर से दी गयी थी। साथ ही अभी यह तथ्य भी अंधेरे में है कि पार्टी में जिन अन्य लोगों के हाथ व सिर आदि दिख रहे हैं वो कौन हैं।