गैंगरेप पीड़िता से मिलने अस्पताल पहुंचीं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, सपाइयों ने किया हंगामा
Prayagraj news, प्रयागराज। प्रयागराज जिले में दो दिन पहले मेडिकल की छात्रा के साथ हुए गैंगरेप की घटना के बाद गुरुवार को पीड़िता से मिलने केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल अस्पताल पहुंचीं। हालांकि, अस्पताल के गेट पर ही उन्हें समाजवादी पार्टी के कार्यकताओं ने घेर लिया और ग्रामीणों के साथ मिलकर अनुप्रिया का विरोध किया। इस दौरान अनुप्रिया के समर्थकों से सपा कार्यकर्ताओं की झड़प भी हुई। हंगामा कर रहे लोग पीड़िता को 50 लाख रुपये मुआवजा व लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन
सपा व स्थानीय लोग पीड़िता को मुआवजा दिये जाने व लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। घटना की सूचना जब पुलिस को मिली तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में फोर्स मौके पर पहुंची, जिसके बाद अनुप्रिया को अंदर जाने दिया गया।पीड़िता व उनके परिजनों से मिलने के बाद अनुप्रिया पटेल ने उसे सरकार व व्यक्तिगत तौर पर हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। काफी देर वह अंदर पीड़िता से बातचीत करती रहीं।
जब तक रही अनुप्रिया होती रही नारेबाजी
केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के अस्पताल पहुंचने के बाद सपा कार्यकर्ताओं द्वारा हंगामा और नारेबाजी का जो क्रम शुरू हुआ वह तब तक चला जब तक वह वापस अस्पताल से चली नहीं गयी। इस बीच पुलिस पहुंचने के बाद भी हंगामा कर रहे लोग शांत नहीं हुए। पुलिस के समझाने बुझाने के बाद हंगामा तो जैसे तैसे बंद हुआ, लेकिन नारेबाजी का क्रम नहीं थमा। अनुप्रिया जब अस्पताल से निकल कर गेट की ओर बढ़ीं तो यह नारेबाजी और तेज हो गयी, लेकिन अचानक से सपा नेत्री ऋचा सिंह अनुप्रिया पटेल की गाड़ी के सामने आकर खड़ी हो गयी और रास्ता रोककर नारेबाजी करने लगी। इसके बाद पुलिस ने ऋचा को वहां से हटाया तो अनुप्रिया का काफिला वापस जा सका।
बस से अगवा कर किया गैंग रेप
प्रयागराज से वाराणसी जा रही एक मेडिकल की छात्रा को कुछ युवकों ने बस से अगवा कर लिया था और फिर झूंसी में छात्रा को एक कमरे के अंदर बंदकर उसके साथ गैंग रेप किया गया। छात्रा के साथ युवकों ने जमकर दरिंदगी की और उसे बेल्ट से पीटने के साथ उसके शरीर को सिगरेट से दाग भी दिया था। गंभीर हाल में छ़ात्रा को इलाज के लिए इस समय प्रयागराज के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में तीन नामजद व 6-7 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है। जिसमे एक नामजद आरोपी जेल में हैं, दो अन्य ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। जबकि अज्ञात आरोपियों को चिह्नित नहीं किया जा सका है।