ज्ञानवापी मस्जिद पर बयान देकर मुश्किलों में फंसी रुबीना खानम, सुरक्षा देने के लिए आगे आया महिला आयोग
ज्ञानवापी मस्जिद पर बयान देकर मुश्किलों में फंसी रुबीना खानम, सुरक्षा देने के लिए आगे आया महिला आयोग
अलीगढ़, 24 मई: वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद पर बयान देने के बाद से ही रुबीना खानम की मुश्किलें बढ़ गई है। पहले तो रुबीना खानम को समाजवादी पार्टी ने महानगर अध्यक्ष के पद से हटा दिया। तो वहीं, अब वह कट्टरपंथियों के निशाने पर आईं गई है। धमकी मिलने के बाद रुबीना खानम ने महिला आयोग को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी। जिसके बाद महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने रुबीना को सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश डीएम व एसएसपी को दिए हैं।
रुबीना खानम ने पिछले दिनों वीडियो जारी कर ज्ञानवापी मस्जिद के ऊपर बयान दिया था। रुबीना ने कहा था कि 'मैं मानती हूं इस मामले में हिंदू पक्ष जो दावा कर रहा है कि ज्ञानवापी मस्जिद प्राचीन काल में मंदिर था और किसी शासक ने बलपूर्वक इस मंदिर को तोड़कर वहां पर मस्जिद बनाई थी। अगर यह साबित हो जाता है तो हमारे मुस्लिम समाज, धर्म गुरु, उलेमा को जमीन हिंदू पक्ष को वापस दे देनी चाहिए।' रुबीना ने कहा था कि हमारे मुस्लिम समाज को, उलेमाओं को, धर्म गुरुओं को समझना चाहिए कि किसी भी कब्जा की हुई जमीन पर किसी भी छीनी हुई जमीन पर बल पूर्वक कब्जा किया गया है तो हमारे इस्लाम में वहां पर नमाज पढ़ना हराम है।'
इसलिए अगर यह बात साबित होती है तो जमीन हिंदू पक्ष को वापस कर दें। हालांकि, रुबीना ने भारत सरकार से मांग की कि इसकी सुप्रीम कोर्ट के जरिए उच्च स्तरीय तरीके से जांच कराई जाए और यह दावा सही निकलता है तो जमीन हिंदू पक्ष को जानी चाहिए और अगर ये दावा गलत निकलता है तो फिर हिंदू पक्ष को शांतिपूर्ण तरीके से यह दावा छोड़ना होगा। इस बयान के बाद समाजवादी पार्टी ने उन्हें महानगर अध्यक्ष के पद से हटा दिया।
तो वहीं, इस बायान के बाद वह कट्टरपंथियों के निशाने पर आईं गई है। रुबीना खानम ने अब राज्य महिला आयोग से शिकायत की थी। इसमें कहा था कि पिछले दिनों ज्ञानवापी के मुद्दे पर मीडिया पर राष्ट्रहित में देश के भाईचारे की बात करने पर मुझे और मेरे परिवार को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। इसके बाद राज्य महिला आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लिया और अधिकारियों को निर्देश दिए। उधर, रुबीना खानम ने कहा कहा कि योगी सरकार ने मुझे बोलने की आजादी दी है, कोई मुझे डरा नहीं सकता।